मधेपुरा : सोमवार की शाम जिलाधिकारी मो सौहेल ने एक अहम निर्णय लेते हुए मधेपुरा को तंबाकू मुक्त जिला बनाने का संकल्प लिया. उन्होंने कोटपा के तहत प्रावधानों को लागू करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही. इसमें कोई शक नहीं कि जिला प्रशासन अपने इरादों पर मजबूत रहते हुए नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी करेगी.
लेकिन मधेपुरा को तंबाकू मुक्त कराने का जिला प्रशासन के इस संकल्प का हाल अन्य सरकारी योजनाओं की तरह ही न हो जाये. इस कार्यक्रम को सफलता तब तक नहीं मिलेगी जब तक मधेपुरा के लोग खुद को इस अभियान में शामिल न करें. यह एक अच्छी शुरूआत है. आइये हम सब मिल कर मधेपुरा को तंबाकू मुक्त बनाने के इरादे को चट्टान की तरह मजबूत बना दे.
शहर के व्यवसायी वर्ग से लेकर छात्रों ने जिला प्रशासन को इस मुहिम में भरपूर समर्थन दिया है. शहर के ऐंगल कंप्यूटर के मुकेश कुमार मिश्रा एवं मुस्कान प्रेस के शहवाज ने कहा कि जिले को तंबाकू मुक्त बनाने में व्यवसायी वर्ग का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा. इसके लिए व्यवसायी वर्ग आगे बढ़ कर इस मुहिम में जिला प्रशासन का साथ देगा.
इंटरनेट व स्टूडियो प्लाजा के आशीष कुमार एवं पंकज कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की यह सराहनीय पहल है. इस पहल को आगे बढ़ाना होगा. शहरवासी प्रशासन के साथ कदम से कदम मिला कर चले और मधेपुरा को तंबाकू मुक्त बनाने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे पहले सार्वजनिक जगहों पर तंबाकू का प्रयोग आम लोग न करें और न ही दूसरे को करने दे.
वार्ड पार्षद मुकेश कुमार ने कहा नगर परिषद इसमें जम कर समर्थन करेगी. सार्वजनिक स्थलों के दो सौ मीटर की परिधि में तंबाकू की बिक्री पर पूर्णत: रोक लगाने पर उन्होंने डीएम को साधुवाद दिया. मनोज दास, गोपाल जी एवं वंशी कुमार झा ने मधेपुरा को तंबाकू जिला घोषित करने पर जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया.
वहीं छात्र राहुल कुमार एवं राजा कुमार ने कहा कि विद्यालय सहित कॉलेजों के आस पास कोटपा के तहत 200 मीटर के अंतराल पर तंबाकू बिक्री पर रोक लगा कर जिला प्रशासन ने छात्रों का राहत प्रदान किया है.