सूर्यगढ़ा : प्रखंड मुख्यालय से मात्र एक किलोमीटर दूर सलेमपुर पश्चिमी पंचायत में लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. पंचायत चुनाव के समय यहां के मतदाताओं ने बड़े उत्साह के साथ मुखिया सहित अन्य प्रतिनिधियों को वोट देकर विजयी बनाये. चुनाव के बाद मुखिया आदि जनप्रतिनिधियों का पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा होनेवाला है.
इसके बाद भी लोगों को रोजगार, मकान आदि बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पायी है. भूमिहार जाति बाहुल्य इस गांव में अधिकांश लोग खेती व मजदूरी करते हैं. कृषि प्रधान इस पंचायत में सिंचाई सुविधा का घोर अभाव है. हैवतगंज पंप नहर योजना से हयूम पाइप के द्वारा टाल क्षेत्र में खेतों की सिंचाई का योजना दिवा स्वप्न बनकर रह गया है. खेती के लिए मानसून पर निर्भर रहने वाले किसानों के लिए बीते साढ़े चार साल में सिंचाई के लिए मात्र एक कूप की खुदाई हुई.
जल निकासी पंचायत की प्रमुख समस्या है. हालांकि पंचायत के मुखिया द्वारा इन वर्षों में दस नाला का निर्माण कराया गया. बावजूद इसके जल निकासी की समस्या के कारण घरों का गंदा पानी सड़क पर ही बहता है. पूरवारी टोला से पूरना सलेमपुर तक जल निकासी के लिए बना पाइन पिछले दस वर्षो से कचरा व मिट्टी से भरा होने के कारण जल निकासी नहीं हो रही है.
वहीं पछियारी टोला में मौला नगर होते गोपालपुर तक बना नाला कचरे से भरा होने के कारण जल निकासी अवरुद्ध है. ग्रामीणों के मुताबिक सात माह पूर्व इस नाले का जीर्णोद्धार हुआ था. लेकिन निर्माण की गुणवत्ता निम्न होने की वजह से नाला की दीवार टूट कर ढह गया. गंदा पानी सड़कों पर फैले होने के वजह से कई जगहों पर बदबू के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है.
वहीं रविदास टोला में भी जल निकासी की समस्या होने के कारण बारिश के मौसम में पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है. पंचायत के लोगों के मुताबिक मुखिया अजय कुमार बीते 15 वर्षों से लगातार पंचायत के मुखिया हैं.
लेकिन पंचायती राज में भी यहां विकास की गति निम्नतम रही. प्रखंड मुख्यालय से सटे इस पंचायत में कुछ योजनाओं के धरातल पर उतरने से पिछले पांच वर्ष की तुलना में बदलाव तो नजर आता है लेकिन इस बदलाव से आम मतदाता संतुष्ट नहीं दिखते. मुखिया अजय कुमार के मुताबिक इन पांच सालों में 80 लोगों को इंदिरा आवास, 10 पीसीसी सड़क का निर्माण, आठ सड़कों में ईंट खरंजा करण, 10 नाला निर्माण व एक कुंआ की खुदाई का कार्य किया गया.
पंचायत में कुल 422 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है. इनमें से 200 नये लाभुक है. 20 बीपीएल परिवार के लिए मिट्टी भराई की योजना का क्रियान्वयन किया गया. 418 परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया. मुखिया श्री कुमार के मुताबिक जल निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए नाला की सफाई का कार्य प्राथमिकता के साथ किया गया.क्या कहते हैं लोग मौला नगर के मंसूर अली के मुताबिक लोग सरकारी योजना के लाभ से वंचित रह गये.
इन पांच वर्षों में जन प्रतिनिधि के द्वारा जनता की सुधि नहीं ली गयी. लोग राशन-केरोसिन व विभिन्न जनोपयोगी योजनाओं के लाभ से वंचित रहे. इसी गांव के मोती साव के मुताबिक उन्हें वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिला. राशन कार्ड नहीं मिलने के कारण खाद्यान्न से वंचित है. जन प्रतिनिधि के द्वारा जनहित में कार्य नहीं किया गया. मौला नगर के मो सोमीन के मुताबिक गांव में विद्युत सुविधा का अभाव है. कई लोगों को राशन नहीं मिल रहा. जरूरतमंद इंदिरा आवास के लाभ से वंचित हैं. बी
पीएल धारी होने के बावजूद उन्हें इंदिरा आवास का लाभ नहीं मिला. मौला नगर मिस्त्री टोला के चलितर तांती के मुताबिक इंदिरा आवास व शौचालय का लाभ नहीं मिला. राशन व पेंशन का लाभ दिया जा रहा है. रविदास टोला सलेमपुर के भाषो दास के मुताबिक सही तरीके से अनाज भी नहीं मिलता. शौचालय नहीं होने के वजह से टोला के अधिकांश लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इसी टोला की सविता देवी के मुताबिक यहां जल निकासी की समस्या है.
नाला का निर्माण नहीं होने के वजह से बारिश के दिनों में पानी लोगों के घरों में घुस जाता है. सविता देवी बताती है कि उन्हें न इंदिरा आवास का लाभ मिला और न ही वृद्धावस्था पेंशन व राशन मिल रहा है. रविदास टोला के नरेश दास के मुताबिक इंदिरा आवास अब तक अधूरा पड़ा है. राशन भी प्रतिमाह नहीं मिल पाता. जल निकासी से परेशानी बनी हुई है.
सलेमपुर पछियारी टोला के पिंटू सिंह के मुताबिक राशन किरासन जरूरत मंदों को नहीं मिल रहा . पंचायती राज व्यवस्था में भी विकास के इस दौर में लोग जनोपयोगी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं. सलेमपुर उपमन्यु टोला के सुरेश साव के मुताबिक जल निकासी पंचायत की प्रमुख समस्या है. यहां के लोग खेती पर निर्भर करते है. लेकिन सिंचाई के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया.
किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा साबित हो रहा है. पुवारी टोला सलेमपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता प्रभाकर सिंह के मुताबिक योजनाओं के क्रियान्वयन में व्यापक पैमाने पर लूट-खसोट की गयी. कई पुरानी योजनाओं को नया रूप देकर राशि की बंदरबांट की गयी. सरकारी चापाकल लोगों ने अपने घरों में गाड़ लिए. इंदिरा आवास में भी गड़बड़ी हुई.
कई सड़कों का जीणोद्धार नहीं हो पाया. कहते हैं मुखिया प्रत्याशीपिछले पंचायत चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे मुखिया प्रत्याशी प्रियरंजन सिंह के मुताबिक इन पांच वर्षों में पंचायत की एक बड़ी आबादी विकास से वंचित रह गयी. राशि की उपलब्धता के बावजूद पंचायत में विकास परक योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हुआ.
क्या कहते हैं मुखियापंचायत के मुखिया अजय कुमार के मुताबिक पंचायत में जल निकासी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया गया. इसके लिए नाला सफाई का कार्य प्राथमिकता के साथ किया गया. पाइन की सफाई कर पुवारी टोला में जल निकासी की व्यवस्था नहीं हो पाने का मलाल है. पंचायत व ग्रामीणों के विकास के लिए तत्पर रहकर कई सरकारी योजनाओं का कार्य किया गया.