ठाकुरगंज(किशनगंज) : सीमा पार से हो रही तस्करी में केवल सुपारी ही नहीं रासायनिक खाद एवं खाद्य तेलों का भी धंधा जोरों पर है. भारत से रासायनिक खाद एवं रासायनिक तेल नेपाल भेजा जाता है. वहीं नेपाल से सुपारी की तस्करी हो रही है.
नेपाल से भारत आने वाला सुपारी मलेशियन सुपारी बतायी जाती है जो भारत के ही विभिन्न नाका के जरिये कस्टम ड्यूटी कटा कर नेपाल जाती है. तथा वहां से तस्करी के जरिये वापस भारत सुपारी तस्करी का सिंडिकेट इतना मजबूत है कि कभी पांनी टंकी तो कभी गलगलिया तो कभी कादोगांव सीमा होकर इसका धंधा धड़ल्ले से होता है.
तथा कस्टम से लेकर पुलिस एवं एसएसबी के स्थानीय अधिकारियों के संरक्षण के बल पर यह बेरोकटोक चल रहा है. बताते चले कि कादोगांव से सिलीगुड़ी जाने के दौरान केवल बिहार क्षेत्र में 5 पुलिस थाने, 2 कस्टम ऑफिस तथा 2 एसएसबी कंपनी तैनात है. बावजूद 1 माह से धड़ल्ले से सुपारी की तस्करी हो रही है. जब्ती के लिए एसएसबी जिला से विशेष टीम आती है.
तब जब्ती होती है. आखिर ऐसा क्यों? वहीं इस मामले में जानकारों की यदि माने तो कादोगांव, गलगलिया एवं नक्सलबाड़ी के तस्करों के अलावे इस धंधे में कई छुटभैया नेता भी है.सूत्रों की माने तो उपर से नीचे तक सभी मैनेज है. ठाकुरगंज के जिलेबियामोड़ स्थित एक होटल में रोज तस्करों एवं संरक्षकों की पार्टी जमती है. गुरुवार को भी हुई पार्टी के दौरान इस होटल में हुई तोड़फोड़ इसी तस्कर गिरोह के लोगों द्वारा की गयी बतायी जाती है.