किशनगंज : एएमयू सेंटर किशनगंज में तीन दिनों से आंदोलनरत छात्र-छात्राओं की मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ से एक जांच पदाधिकारी सोमवार की शाम को किशनगंज एएमयू सेंटर पहुंचे. यहां पहुंच कर जांच पदाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से मिल कर उनकी बातों को गंभीरता से सुना एवं लिखित रूप से उनके बयान को दर्ज किया.
जांच पदाधिकारी अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के इतिहास विषय के विभागाध्यक्ष प्रो इसरत हुसैन को छात्राओं ने पूरी बेबाकी के साथ विस्तार पूर्वक डायरेक्टर एवं वार्डन की कारगुजाारियों से उन्हें अवगत कराया. एक छात्रा ने बताया कि गर्ल्स हॉस्टल कैंपस पर लैब टेक्नीशियन सहित तीन नन टीचिंग स्टाफ को रखा गया है
जो छात्राओं के साथ अभद्र आचरण करते हैं. ये लोग डायरेक्टर के नजदीकी है. इतना ही बिना पूर्व सूचना के अर्धरात्रि में भी सामान्य आवश्यक शिष्टाचार को तिलांजलि दे डायरेक्टर हमलोगों के कमरे प्रवेश कर जाते हैं. वार्डन भी देर रात तक गर्ल्स हॉस्टल से गायब रहती हैं.
उनका व्यवहार सहयोगात्मक नहीं वरन दमनात्मक है. डायरेक्टर राशिद नेहाल एवं गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन फरहा राशीद के को एएमयू सेंटर किशनगंज से हटाने की मांग की. जांच पदाधिकारी ने पूरी गंभीरता से उनकी बातें सुनी व उनकी शिकायतों को विश्व विद्यालय प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
उल्लेखनीय है कि एएमयू सेंटर किशनगंज में एमबीए एवं बीएड की छात्राओं ने हॉस्टल के वार्डन के द्वारा प्रताड़ित करने, देर रात तक गर्ल्स हॉस्टल से नदारद रहने, देर रात को डायरेक्टर के अचानक गर्ल्स हॉस्टल आने और अपने कृपापात्र तीन नन टीचिंग स्टाफ को गर्ल्स हॉस्टल में रखने सहित और भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए डायरेक्टर एवं वार्डन को हटाने की मांग को लेकर शनिवार से आंदोलन कर रहे हैं.
उधर जांच पदाधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं से पूछताछ जारी थी.