किशनगंज : सरकार के द्वारा संचालित जन उपयोगी योजना हो या विकास की योजना हो या फिर राजस्व वसूली का कार्य हो सभी कार्यों को अमलीजामा पहना कर धरातल पर उतारने में पदाधिकारियों व कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है़ ऐसे में पदाधिकारी और कर्मचारी ही नहीं हो तो किस प्रकार लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा सकता है़
Advertisement
जिले में पदाधिकारियों-कर्मियों की कमी, काम हो रहा प्रभावित
किशनगंज : सरकार के द्वारा संचालित जन उपयोगी योजना हो या विकास की योजना हो या फिर राजस्व वसूली का कार्य हो सभी कार्यों को अमलीजामा पहना कर धरातल पर उतारने में पदाधिकारियों व कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है़ ऐसे में पदाधिकारी और कर्मचारी ही नहीं हो तो किस प्रकार लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन […]
पदाधिकारी के अभाव में विकास की गाड़ी को कितनी रफ्तार दी जा सकती है़ यह सहज समझा जा सकता है. किशनगंज में जिला स्तरीय पदाधिकारी की बात करें या पंचायत स्तरीय कर्मचारी की हर स्तर पर अभाव दिख रहा है़ पदाधिकारियों की कमी के कारण पद या तो रिक्त पड़े है या तो प्रभार में कार्य चलाये जा रहे है़ जो भी पदाधिकारी है काम के दबाव में न तो लक्ष्य पूरा कर पा रहे हैं और ना ही समय पर कार्यों का निपटारा ही कर पा रहे है़
विभाग और रिक्तियों पर गैर करें तो जिले में वरीय उपसमाहर्ता के चार पद स्वीकृत है. लेकिन मात्र दो ही वरीय उपसमाहर्ता पदस्थापित है़ एक वरीय उपसमाहर्ता पर कई प्रशाखाओं की जिम्मेवारी है़ जिला परिवहन पदाधिकारी का पद वर्षों से रिक्त है़ कभी अररिया डीटीओ तो कभी पूर्णिया तो कभी कटिहार डीटीओ के जिम्मे किशनगंज परिवहन विभाग चल रहा है़ जबकि राजस्व वसूली के मामले में किशनगंज जिला राज्य में अव्वल रहा है़ लेकिन वर्तमान स्थिति में लक्ष्य भी पूरा नहीं कर पाते है़
इसी प्रकार अन्य विभागों में जिला आपूर्ति पदाधिकारी, अवर उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, जिला योजना पदाधिकारी, जिला सूचना जन संपर्क पदाधिकारी, निदेशक एनईपी का पद रिक्त है़ कार्यपालक दंडाधिकारी के तीन पद सृजित है लेकिन एक भी कार्यपालक दंडाधिकारी जिले में पदस्थापित नहीं है़ डीआरडीए निदेशक विधानचंद्र यादव, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सत्य नारायण मंडल स्थानांतरण हो चुका है़ हालांकि उन्हें जिले से विरमित नहीं किया गया है़
राजस्व कर्मचारी की है कमी
एक पंचायत में एक राजस्व कर्मी का पद सृजित है़ जिले में कुल 126 पंचायत है. इसके अनुसार 126 राजस्व कर्मचारी होना चाहिए था लेकिन जिले में मात्र 40 राजस्व कर्मचारी है़ अंचलावार राजस्व कर्मियों में किशनगंज अंचल में 10 राजस्व कर्मी के विरूद्ध मात्र 3, बहादुरगंज में 20 के विरूद्ध 7, ठाकुरगंज में 22 के विरूद्ध 7, कोचाधामन प्रखंड में 24 के विरूद्ध 7, टेढ़ागाछ में 12 के विरूद्ध 4, दिघलबैंक में 16 के विरूद्ध 5 एवं पोठिया अंचल में 22 के विरूद्ध मात्र 8 राजस्व कर्मचारी कार्यरत है़
लिपिक संवर्ग में दर्जनों रिक्तियां
पदाधिकारी ही नहीं लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों में भी भारी कमी है़ लिपिक संवर्ग में 98 पद स्वीकृत है लेकिन इसके विरूद्ध मात्र 46 लिपिक कार्यरत है़
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement