किशनगंज : खगड़ा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में बुधवार को युवाओं के व्यावसायिक प्रशिक्षण के तहत तीन दिवसीय मुर्गी पालन व समेकित कृषि प्रणाली पर किसान सलाहकारों का दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ. समापन समारोह के मुख्य अतिथि जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक अवधेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ साथ ,सामाजिक,राजनीतिक विकास के उद्देश्य से कार्य कर रही है.
ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओ को एक समूह बनाकर उन्हें स्वालंबी बनाने की दिशा में जिले सभी प्रखंडों में चल रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के एक लाख परिवारों की महिलाए जीविका से जुड़कर विकासात्मक कार्य कर रही हैं. उन्होंने प्रशिक्षु महिलाओं से कई सवाल पूछे ओर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से सभी वर्गों के महिलाए समूह बनकर जीविका से जुड़कर हुनरमंद, छोटे व बड़े कार्य कर अपना आर्थिक व सामाजिक विकास कर सकते हैं.
ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओ के स्वालबी बनने के लिये जीविका एक प्लेटफॉर्म है. इससे पूर्व प्रशिक्षु महिलाओ को जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक अवधेश कुमार के हाथों महीनगांव के एंथोनी हासदा, अंजू देवी, ललिता हासदा, संजू देवी को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया गया. इससे पूर्व प्रशिक्षक मो मिराज आलम ने समेकित कृषि प्रणाली के संक्षेप में महती जानकारी देते हुए कहा कि आधुनिक युग मे वैज्ञानिक तकनीक से खेती करने की आवश्यता है और इसके लिये किसान सलाहकार भूमिका अहम हो जाती है. उन्होंने बताया कि 20 महिला व 05 पुरुष को मुर्गी पालन का प्रशिक्षण एवं 27 किसान सलाहकार को समेकित कृषि प्रणाली का प्रशिक्षण दिया गया. मौके पर पशु विज्ञानिक डॉ रत्नेश कुमार चौधरी, डॉ नीरज प्रकाश, गृह वैज्ञानिक श्रीमती बसंती कुमारी सहित दर्जनों किसान सलाहकार व महिला प्रशिक्षार्थी मौजूद थे.