27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पॉलीथिन के कचरे से फैल रही दुर्गंध

खगड़िया : पॉलीथिन का उपयोग करने से पर्यावरण पर दबाव बढ़ता जा रहा है. यत्र तत्र सड़कों, गली- मोहल्लों में बिखरे पॉलीथिन से जहां गंदगी फैली रहती है. वहीं, पॉलीथिन के कचरे से फैल रहे प्रदूषण से लोगों के साथ मवेशी भी बीमारी की जद में आ रहे हैं. वहीं, जिला मुख्यालय में फेंका गया […]

खगड़िया : पॉलीथिन का उपयोग करने से पर्यावरण पर दबाव बढ़ता जा रहा है. यत्र तत्र सड़कों, गली- मोहल्लों में बिखरे पॉलीथिन से जहां गंदगी फैली रहती है. वहीं, पॉलीथिन के कचरे से फैल रहे प्रदूषण से लोगों के साथ मवेशी भी बीमारी की जद में आ रहे हैं. वहीं, जिला मुख्यालय में फेंका गया पॉलीथिन के सड़ांध से उठने वाले दुर्गंध से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. लोगों के बीमार होने की आशंका बनी रहती है. मुख्यालय स्थिति सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान सहित ग्रामीण हाट बाजारों में खाने पीने की वस्तु सहित सभी सामग्री पॉलीथिन में बेची जाती है. जबकि पॉलीथिन की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

ग्राहकों को भी होना होगा जागरूक : खरीदारी करने के लिए बाजार जाने से पहले लोग कागज या कपड़े से बने थैले लेकर जाये तो काफी हद तक पॉलीथिन के उपयोग पर अंकुश लगाया जा सकता है. दुकानदारों को भी पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए पॉलीथिन की बिक्री पर रोक लगानी होगी. सामाजिक संस्थाओं को भी सब्जी, मांस, मछली, नाश्ता आदि के दुकानों पर पॉलीथिन के उपयोग पर रोक लगाने की अपील करनी चाहिए.
कहते हैं लोग : पूरब केबिन रोड निवासी संजीव कुमार, राजीव कुमार, पप्पू कुमार, प्रिंस कुमार, गीता देवी आदि ने बताया कि पॉलीथिन के बढ़ते उपयोग ने पर्यावरण प्रदूषण की भीषण समस्या खड़ी कर दी है. यह खेत की उर्वरा शक्ति को भी नष्ट कर रही है. इस पर लगे प्रतिबंध को प्रभावी बनाने की जरूरत है. वहीं, पॉलीथिन के प्रयोग नहीं हो इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है.
कहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता
सामाजिक कार्यकर्ता सुभाषचंद्र जोशी ने कहा कि पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में पॉलीथिन के उपयोग पर भी रोक के लिए कारगर प्रयास होना चाहिए. घर हो या बाहर हर जगह इसका प्रयोग धीरे धीरे कम करना चाहिए. समय रहते इस पर सख्ती के साथ रोक लगायी गयी तो कालांतर में इसके व्यापक दुष्परिणाम से बचा जा सकता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें