खगड़िया: जिला विधिज्ञ संघ द्वारा शुक्रवार को विधि आयोग के अधिवक्ता विरोधी कानून की अनुशंसा करने के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया. संघ के अध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद महतो के नेतृत्व में आयोजित यह विरोध मार्च जिला विधिज्ञ संघ के चलकर न्यायालय परिसर होते हुए अस्पताल चौक पहुंचकर वापस समाहरणालय के समक्ष आकर समाप्त हो गया. अधिवक्ताओं ने विधि आयोग द्वारा प्रस्तावित (अधिवक्ता संशोधन विधेयक) अधिनियम 2017 की प्रति भी जलाकर अपना विरोध प्रकट किया.
अधिवक्ता विरोधी कानून को वापस लेने के साथ विधि आयेाग के प्रस्ताव के विरुद्ध नारे लगाते हुए पुन: संघ भवन की ओर वापस हो गये. संघ के महासचिव शिवजी महतो ने बताया कि विधि आयोग का यह प्रस्ताव जन विरोधी एवं वकील विरोधी है. अधिवक्ता निर्भीकता पूर्वक एक पक्षकार की बात नयायालय के समक्ष रखते हैं. परंतु, बिल के लागू हो जाने पर अधिवक्ता नौकरशाह के अधीन हो जाएंगे. अपनी बात निर्भीकता एवं निष्पक्षतापूर्वक न्यायालय के समक्ष रखने में डरेंगे. जिससे आम जन को न्याय मिलने में परेशानी होगी. अब अधिवक्ता के लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा न्यायिक पदाधिकारी कर सकेंगे.
संघ के सदस्य के रूप में डाॅक्टर, इंजीनियर, बिजनेसमेन भी रहेंगे. जो अव्यवहारिक है. क्योंकि इस पेशा का अनुभव व परेशानी डाक्टर, इंजीनियर को नहीं है. इसलिए इस देशव्यापी आंदोलन में खगड़िया के अधिवक्ताओं न्यायिक कार्यवाही में भाग नहीं लेकर अपना विरोध प्रकट किया. मौके पर संघ के द्वारा एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया. इस अवसर पर संघ के दर्जनों अधिवक्ता ने भाग लिया.