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अधिकारी ने पर्यवेक्षिका से की पूछताछ

फर्जीवाड़ा . मामला 14 वर्ष की आयु में सहायिका में चयनित पर्यवेक्षिका नीलम देवी का महिला पर्यवेक्षिका की बहाली में धांधली से जुड़े मामले में जांच पदाधिकारी ने अलौली सीडीपीओ को सात दिनों के अंदर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. खगड़िया : एक महिला पर्यवेक्षिका की बहाली में धांधली से जुड़े मामले में […]

फर्जीवाड़ा . मामला 14 वर्ष की आयु में सहायिका में चयनित पर्यवेक्षिका नीलम देवी का

महिला पर्यवेक्षिका की बहाली में धांधली से जुड़े मामले में जांच पदाधिकारी ने अलौली सीडीपीओ को सात दिनों के अंदर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है.
खगड़िया : एक महिला पर्यवेक्षिका की बहाली में धांधली से जुड़े मामले में जांच पदाधिकारी ने अलौली सीडीपीओ को सात दिनों के अंदर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. डीएम के निर्देश बाद पूरे मामले की जांच कर रहे अलौली प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी मुकेश कुमार ने सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिका से आवश्यक पूछताछ की है. बताया जाता है कि आरोपी महिला पर्यवेक्षिका नीलम देवी के पहले सहायिका व फिर सेविका बनने के सारे कागजात जांच अधिकारी ने तलब किया है. जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी महिला पर्यवेक्षिका को पूछताछ के लिये कार्यालय बुलाया गया है.
जहां उन्होंने अपनी बहाली से जुड़े पक्ष रखते हुए किसी भी प्रकार की धांधली से इंकार किया है. इधर, अलौली सीडीपीओ को महिला पर्यवेक्षिका नीलम कुमारी के सहायिका से सेविका का चयन पत्र सहित अन्य कागजात तलब किये गये हैं. साथ ही डीपीओ कार्यालय से भी आरोपी की बहाली से जुड़े कागजात मंगाये गये हैं. जांच अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है. जल्द ही जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दिया जायेगा.
महिला पर्यवेक्षिका की लटकी कार्रवाई की तलवार
चाहे आंगनबाड़ी केंद्र से अवैध उगाही का मामला हो या फिर बहाली में अनियमितता का … अधिकांश मामलों में आईसीडीएस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं. ताजा मामला महिला पर्यवेक्षिका नीलम देवी की बहाली में धांधली से जुड़ा हुआ है. बाल विकास परियोजना कार्यालय में बरसों से दबी धांधली की फाइल फिर से खुल गयी है. पूरे मामले में आयुक्त व डीएम के कड़े रुख से महिला पर्यवेक्षिका नीलम कुमारी पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. सूचना के अधिकार कार्यकर्ता दीपक कुमार अकेला ने पूरे मामले में आयुक्त को आवेदन देकर जांच की मांग की थी. जिसके बाद आयुक्त द्वारा पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट तलब किये जाने के बाद विभाग में खलबली मची हुई है. डीएम ने बहाली में धांधली की जांच का जिम्मा अलौली प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को देते हुए रिपोर्ट तलब किया है. इधर आरोप के घेरे में आयी महिला पर्यवेक्षिका नीलम देवी द्वारा सहायिका से सेविका पद पर चयन के लिये जिलाधिकारी के आदेश व जिला कल्याण पदाधिकारी के स्वीकृति पत्र के आधार का जिक्र किया गया वह संचिका कार्यालय में नहीं है. जिस ज्ञापांक 56 दिनांक 02.04.1992 के द्वारा सहायिका से सेविका बनाने की बात कही जा रही है वह संचिका कार्यालय से कैसे गायब हो गये?
कहां गये बहाली के कागजात
वर्तमान में महिला पर्यवेक्षिका पद पर कार्यरत नीलम देवी के वर्ष 1986 में सहायिका पद पर चयन के कोई कागजात विभाग के पास उपलब्ध नहीं है. उन्होंने सीडीपीओ को यह लिख कर दिया है कि सारे कागजात बाढ़ में बह गये. महिला पर्यवेक्षिका नीलम देवी के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में जन्म तिथि 01.01.1972 है. इस तरह वर्ष 1986 में महज 14 वर्ष की उम्र में नीलम देवी का चयन सहायिका पद पर कर लिया गया. अलौली सीडीपीओ ने सूचना के अधिकार के तहत दी गयी जानकारी में साफतौर पर कहा है कि ज्ञापांक 56 दिनांक, 02.04.1992, जिसमें नीलम देवी के सहायिका से सेविका बनने में जिलाधिकारी के आदेश व जिला कल्याण पदाधिकारी के स्वीकृति पत्र का जिक्र है की छाया प्रति सीडीपीओ कार्यालय में उपलब्ध नहीं है. साथ ही किसी भी संचिका में इनके (नीलम कुमारी) चयन संबंधी दिये गये आदेश उपलब्ध नहीं हैं.
पहले सहायिका, फिर सेविका व वर्तमान में महिला पर्यवेक्षिका बनी नीलम देवी के चयन पर लटक रही तलवार
सेविका में बहाली के कागजात भी फर्जी होने की आशंका, आइसीडीएस विभाग में धांधली की जांच जारी
पहले सहायिका, फिर सेविका व वर्तमान में महिला पर्यवेक्षिका बनी नीलम देवी के चयन पर लटक रही तलवार
सेविका में बहाली के कागजात भी फर्जी होने की आशंका, आइसीडीएस विभाग में धांधली की जांच जारी
पर्यवेक्षिका से पूछताछ
बाल विकास परियोजना विभाग में बहाली में धांधली मामले में अलौली सीडीपीओ व आरोपी महिला पर्यवेक्षिका से पूछताछ की गयी है. साथ ही डीपीओ कार्यालय से कागजात मंगाये गये हैं. सीडीपीओ को सात दिनों के अंदर आरोपी महिला पर्यवेक्षिका नूतन कुमारी की सहायिका, सेविका व महिला पर्यवेक्षिका में बहाली से जुड़े कागजात तलब किया गया है. जल्द ही जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जायेगी.
मुकेश कुमार, जांच पदाधिकारी.
जांच के बाद कार्रवाई
मुंगेर आयुक्त से नीलम देवी के सहायिका से सेविका फिर महिला पर्यवेक्षिका में चयन में धांधली की शिकायत की गयी थी. जिसके आलोक में आयुक्त के निर्देशानुसार अलौली के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को जांच के आदेश दिये गये हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
जय सिंह, डीएम ़
आरोप बेबुनियाद
बहाली में धांधली के सारे आरोप को बेबुनियाद हैं. सहायिका पद पर मेरा चयन वर्ष 1986 में होने के बाद 1987 में आये बाढ़ में चयन पत्र बह गया. जबकि सहायिका से सेविका पद पर चयन जिलाधिकारी के आदेश व जिला कल्याण पदाधिकारी के स्वीकृति पत्र के आधार पर हुआ है. जिसके बाद महिला पर्यवेक्षिका पद पर चयन किया गया.
नीलम कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका.
गायब की गई है संचिका
नीलम देवी की बहाली में धांधली का सच छुपाने के लिये कार्यालय से संचिका गायब की गयी है. सहायिका का आवेदन बाढ़ में बह गया और सेविका में चयन की संचिका भी कार्यालय से गायब है. आखिर सिर्फ नीलम देवी की बहाली की संचिका ही कैसे गायब हो गये. पूरे प्रकरण में बाल विकास परियोजना विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. कार्रवाई की बजाय लीपापोती में विभाग ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है.
दीपक कुमार अकेला, आरटीआई कार्यकर्ता.

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