-खगड़िया में छह व सहरसा में दर्ज हैं पांच मामले
खगड़ियाः कोसी के दियारा में आतंक का पर्याय बन चुका उमेश चौधरी बीते सोमवार की देर शाम पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने उसके एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया. दोनों के पास से एक देसी पिस्तौल व दो दर्जन जिंदा कारतूस भी बरामद किया. मंगलवार को प्रेस वार्ता में एएसपी सह एसडीपीओ राजीव कुमार रंजन ने बताया कि उमेश मूल रूप से सहरसा जिले के चिड़ैया ओपी क्षेत्र के खजूरबन्ना का रहने वाला है.
उस पर सहरसा जिले के थानों में पांच व खगड़िया जिले के थाने में छह मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि वह अपने सहयोगी बौधू चौधरी के साथ बाइक से रमुनिया जा रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया. इसमें चौथम थानाध्यक्ष आशुतोष, मानसी थानाध्यक्ष राम उदय तिवारी, मोरकाही थानाध्यक्ष ललन कुमार व चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष शशि कुमार को लगाया गया था.
उन्होंने कहा कि उमेश चौधरी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 में चौथम के दियारा में हुए पुलिस मुठभेड़ में उमेश शामिल था. इस मुठभेड़ में वह घायल होने के बावजूद भाग निकला था, जबकि सत्तन चौधरी सहित सात अपराधी इस मुठभेड़ में मारे गये थे. प्रेस वार्ता में एएसपी विनोद कुमार मंडल भी मौजूद थे.