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गुरुवार को जारी रहा आवागमन

जुगाड़ पुल. बुधवार को डीएम ने दिया था रोक लगाने का आदेश डीएम के आदेश के बाद गुरुवार सुबह से ही नाव पुल पर परिचालन बंद कर नाव खोलकर हटाने का प्रयास नाविकों ने किया, लेकिन जुगाड़ पुल से गुजरने वाले लोगों व वाहन चालकों के विरोध से वे सफल नहीं हो पाये. बेलदौर : […]

जुगाड़ पुल. बुधवार को डीएम ने दिया था रोक लगाने का आदेश

डीएम के आदेश के बाद गुरुवार सुबह से ही नाव पुल पर परिचालन बंद कर नाव खोलकर हटाने का प्रयास नाविकों ने किया, लेकिन जुगाड़ पुल से गुजरने वाले लोगों व वाहन चालकों के विरोध से वे सफल नहीं हो पाये.
बेलदौर : जुगाड़ पुल पर आवागमन करने के निर्देश को गंभीरता से लेते हुए सुबह से ही नाव पुल पर परिचालन बंद कर नाव खोलकर हटाने का प्रयास नाविकों द्वारा किया गया. लेकिन लोगों के मांग पर पुल को खोलने में नाविक सफल नही हो पाये. नदी पार कर जिला मुख्यालय पहुंचने को आतुर वाहन चालक एवं पांव पैदल यात्री शुक्रवार को आम दिनों की तरह जब जुगाड़ पुल पार करने लगे तो नाव संचालकों ने जिला प्रशासन के आदेशों से अवगत कराते हुए जुगाड़ पुल पर परिचालन बंद होने की बात कही. तो वाहन चालक समेत पांव पैदल लोग इनके बातों को अनसुना कर जुगाड़ पुल पार करते हुए चेतावनी दी कि बगैर कोई वैकल्पिक व्यवस्था किये जुगाड़ पुल बंद हुआ तो इसका विरोध किया जायेगा.
आखिर लोग नदी कैसे पार करेंगे. नदी में प्रयाप्त पानी नहीं रहने के कारण नौका परिचालन भी संभव नहीं है . जलस्तर में कम से कम एक मीटर की बढ़ोतरी होने के बाद ही नाव का परिचालन संभव है . वही लोगों ने वर्ष 2015 के अनुभव को बताते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने नदी के जलस्तर में हो रहे उतार चढ़ाव को देख डुमरी पुल के पाये में खतरे का निशान लगवा दिया था. अधिकारी एवं नाव संचालक खतरे निशान की लगातार निरीक्षण करते रहे ,
जब जलस्तर निशान छूने लगा तो जुगाड़ पुल बंद करवाकर दूसरे दिन से नौका परिचालन शुरू करवा दिया था, तो लोगों को परेशानी नहीं हुई. लोगों के आवागमन संकट को देखते हुए उसी जुगाड़ के अनुभव पर कार्रवाई की जाय तो कुछ दिनों तक जुगाड़ पुल लोगों को राहत दे सकती है. हालांकि नाव संचालक जिला प्रशासन के आदेश से सहमे हुए हैं एवं प्रशासनिक दबाव बढ़ते ही किसी भी वक्त जुगाड़ पुल बंद कर नाव खोलकर हटा सकते है . इसके कारण जुगाड़ पुल के क्षतिग्रस्त भाग को इन्होंने मरम्मती करना भी मुनासिब नहीं समझा . वाहन कई बार फंसे, पुल पर घंटो जाम भी लगा,
लोग जैसे तैसे नदी पार करते रहे, नाव संचालक खामोशी से जिला प्रशासन के अगले कदम की बाट जोहते रहे कि कुछ दिनों की राहत मिलेगी या प्रशासनिक दबाव देकर जुगाड़ पुल बंद कराया जाएगा. देर शाम तक जुगाड़ पुल पर हल्के वाहन एवं पांव पैदल लोग आवागमन कर रहे थे.
कहते हैं बीडीओ: बीडीओ अमरेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि नाव संचालकों को जिला प्रशासन के आदेशों से अवगत कराकर 26 मई से जुगाड़ पुल बंद करने का निर्देश दिया गया था. लोगों के विरोध के कारण देर शाम तक आदेश का पालन नहीं हो पाया. चुनाव ड्यूटी पूरी कर जिला से लौटते ही जिला प्रशासन के आदेशों का अनुपालन पालन कराया जाएगा .
खतरे को देख आवागमन रोकने का डीएम ने दिया था आदेश
उल्लेखनीय हो कि बाढ़ के संभावित खतरे को भांप 25 मई को डीएम जय सिंह ने पत्राक 614 दिनांक 25 मई 2016 को डुमरी पुल के समीप कोसी नदी पार करने को लेकर 80 नावों को जोड़ कर नाविकों द्वारा बनाये गये जुगाड़ पुल पर हो रहे आवागमन को 26 मई से बंद करने का आदेश दिया. बेलदौर बीडीओ एवं चौथम सीओ ने जिला प्रशासन के आदेशों से नाव संचालक को अवगत कराते हुए जुगाड़ पुल बंद करने का निर्देश भी दिया, लेकिन अधिकारियों के 9 वें चरण के चुनाव कार्य में व्यस्तता एवं लोगों के विरोध के कारण देर शाम तक जुगाड़ पुल पर आवागमन होती रही.

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