कस्तूरबा विद्यालय : शिक्षक पी रहे बिसलरी, बच्चे आयरनयुक्त पानी फोटो. 14 में कैप्सन. शिक्षक की भूमिका में बच्चों की क्लास लेते सदर बीडीओ. ————– सदर बीडीओ के निरीक्षण के दौरान आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा विद्यालय की खुली पोल छठी व सातवीं के बच्चे भी अंगरेजी में नहीं लिख पाये पांच जानवरों के नामबीडीओ ने कहा, विद्यालय में शिक्षा के नाम पर बच्चों से किया जा रहा मजाकखजाने में पैसे की कमी नहीं, लेकिन बच्चों को साबुन-तेल तक देने में हो रही आनाकानी गिलास के अभाव में थाली में पानी पीकर प्यास बुझा रहे मासूम बच्चेकड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे कस्तूरबा विद्यालय के मासूम बच्चे, नहीं मिला स्वेटर फर्स्ट एड के नाम पर विद्यालय में डिटॉल व रूई तक नहीं मिला, ये कैसी है सुविधा कैश बुक का संधारण नहीं होने से वित्तीय अनियमितता की जतायी गयी आशंका इंट्रो———-सरकार प्रत्येक कस्तूरबा आवासीय विद्यालय को 35 लाख 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष देती है, लेकिन खगड़िया में संचालित इस विद्यालय के बच्चों को साबुन-तेल तक पर आफत है. पीने के लिए एक अदद गिलास तक बच्चों को नहीं दिया जा रहा है. सातवीं के बच्चे पांच जानवरों के नाम तक नहीं लिख पा रहे हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि महीने में दो-दो बार निरीक्षण होता है, लेकिन यह स्थिति उन्हें क्यों नजर नहीं आयी यह जांच का विषय है. ————प्रतिनिधि, खगड़िया. सातवीं के बच्चे अगर पांच जानवरों का नाम अंग्रेजी में नहीं लिख पायें, तो ऐसी पढ़ाई का क्या मतलब रह जाता है. पर, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में कुछ यही हालात बनी हुई हैं. शनिवार को आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा विद्यालय में पहुंचे बीडीओ रवि रंजन कुमार सच से रूबरू होने के बाद काफी व्यथित दिखे. वे उस वक्त भौचक रह गये जब बच्चों ने कहा कि सर यहां साबुन-तेल तक नहीं दिया जा रहा है. पानी पीने के लिए गिलास तक नहीं है. थाली में पानी पीने की मजबूरी सुनने के बाद बीडीओ श्री रंजन ने कहा कि यह तो सरासर लापरवाही है. यह हाल मुख्यालय में संचालित कस्तूरबा विद्यालय का है, तो दूर देहात का अंदाजा आप लगा सकते हैं. पांच जानवरों का नाम नहीं लिख पाये बच्चे अगर आपके घर के बच्चे सातवीं कक्षा में पढ़ रहे हों और पांच जानवरों के नाम तक अंग्रेजी में नहीं लिख पायें, तो वैसे में क्या करेंगे. पर, खगड़िया के आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का कुछ यही हाल है. शनिवार को अचानक बीडीओ रवि रंजन कुमार आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे. जहां वे बीडीओ के अलग हट कर बच्चों के शिक्षक के रुप में नजर आये. बीडीओ ने जब छठी व सातवीं के बच्चों को पांच जानवरों का नाम लिखने को कहा कि सबने कहा नहीं जानते हैं. बीडीओ भौचक्क थे. हिंदी के साधारण शब्द भी बच्चे नहीं जानते थे. बीडीओ ने भी माना कि यहां शिक्षा के नाम पर बच्चों के साथ मजाक किया जा रहा है. पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी. बता दें कि इस कस्तूरबा विद्यालय में दो शिक्षिका रीता वर्मा व अभिलाषा कुमारी कार्यरत हैं. मध्य विद्यालय हाजीपुर आवास बोर्ड के प्रधान शिक्षक प्रमोद कुमार यादव के कंधे पर विद्यालय का संचालन है. —————-कैश बुक में गड़बड़ी से वित्तीय अनियमितता की आशंका वर्ष 2014 से विद्यालय का कैश बुक संधारित नहीं मिलने पर बीडीओ ने कहा कि यह वित्तीय अनियमितता की ओर इशारा करता है. बता दें कि प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय को 35 लाख 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष आवंटन मिलना है. विद्यालय के पठन पाठन की स्थिति से खिन्न प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार यादव से कस्तूरबा बालिका विद्यालय से संबंधित सभी अभिलेख का निरीक्षण किया . निरीक्षण के दौरान कैश बुक वर्ष 2014 तक लिखा हुआ पाया . वर्ष 2015-16 के बारे में पूछा गया तो एचएम के द्वारा एकाउंटेंट नहीं रहने की बात बतायी . इसके बाद उक्त हॉल में बारी बारी से उपस्थित छात्राओं से विभिन्न प्रकार की समस्या के बारे में जानकारी लिया. जिसमें उपस्थित छात्राओं ने मिनू के अनुसार भोजन , नाश्ता नहीं मिलने की शिकायत करने के अलावा और भी कई सच से बीडीओ को रूबरू करवाया. कोट———–आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा विद्यालय की स्थिति काफी खराब पायी गयी है. शिक्षा व्यवस्था से लेकर सुविधा तक में घोर लापरवाही बरती जा रही है. कैश बुक संधारण नहीं होने से वित्तीय अनियमितता की आशंका है. पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी. रवि रंजन कुमार, बीडीओ, खगड़िया —————–सारी सुविधा विद्यालय में है. लेकिन बच्चों को क्यों नहीं मिल पा रहा है. इसकी जानकारी नहीं है. दो-दो विद्यालय का भार रहने के कारण फुरसत नहीं मिल पायी है. सो कैश बुक संधारित नहीं हो पाया है. वित्तीय अनियमितता जैसी कोई बात नहीं है. प्रमोद कुमार यादव, संचालक, कस्तूरबा विद्यालय आवास बोर्ड, खगड़िया. ——————-महीने में एक दो बार कस्तूरबा विद्यालय का निरीक्षण किया जाता है. कहीं से कोई गड़बड़ी की शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया जाता है. बच्चों को मिलने वाली सुविधा में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. अनिल कुमार सिंह, डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान
कस्तूरबा वद्यिालय : शक्षिक पी रहे बिसलरी, बच्चे आयरनयुक्त पानी
कस्तूरबा विद्यालय : शिक्षक पी रहे बिसलरी, बच्चे आयरनयुक्त पानी फोटो. 14 में कैप्सन. शिक्षक की भूमिका में बच्चों की क्लास लेते सदर बीडीओ. ————– सदर बीडीओ के निरीक्षण के दौरान आवास बोर्ड स्थित कस्तूरबा विद्यालय की खुली पोल छठी व सातवीं के बच्चे भी अंगरेजी में नहीं लिख पाये पांच जानवरों के नामबीडीओ ने […]
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