बेलदौर : डुमरी पुल क्षतिग्रस्त होने से दिन ब दिन कोसी नदी पार करने में बढ़ रही परेशानी अब लोगों को रूलाने लगी है. रही सही कसर तो आवागमन के लिए इसके सामानांतर बनी वैक्लिपिक स्टील ब्रीज के 170 मीटर भाग 23 जुलाई, 2014 को पानी में बह जाने से पूरी हो ही चुकी है.
इसकी मरम्मत के आस अब सरकार एवं अधिकारियों के चुप्पी से टूट रही है. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में तत्कालीन विभागीय मंत्री द्वारा क्षतिग्रस्त स्टील ब्रिज की लगभग साढ़े 11 करोड़ की लागत से मरम्मत कराने की घोषणा भी कर दी गयी थी. उक्त निर्देश के आलोक में विभागीय अधिकारियों द्वारा पुल की लंबाई में 130 मीटर बढ़ोतरी के साथ क्षतिग्रस्त 170 मीटर भाग के मरम्मति के लिए भेजे गये डीपीआर को तकनीकी स्वीकृति भी मिल गयी.
बावजूद अब तक प्रशासनिक स्वीकृति व कार्य प्रारंभ होने की विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्रिज की फाइल संबंधित विभाग में सरकारी मुहर लगने की बाट जोह रही है.मंत्री व विधायक भी करने लगे हैं परहेजमरम्मत कार्य कब तक प्रारंभ हो पायेगा, इसका जवाब देने में सरकार के मंत्री व विधायक भी परहेज करने लगे हैं.
इसका खुलासा बीते 26 नवंबर को ग्रामीण विकास मंत्री व स्थानीय विधायक के पचौत गांव के दौरा के दौरान लोगों द्वारा स्टील ब्रिज मरम्मत को लेकर उठाये गये सवाल से हुआ. विधायक ने लोगों के सवाल पर मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में बात करने का भरोसा दिया.टूट रही लोगों की आस डुमरी पुल का मरम्मत कार्य पूरा करने तक वैकल्पिक स्टील ब्रिज मरम्मत को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न होती जा रही है.
लोगों को भरोसा था कि नयी सरकार नदी की जलस्तर में कमी होते ही वैकल्पिक मार्ग की मरम्मत कर आवागमन सुविधा बहाल कर देगी. पर, मरम्मत कार्य प्रारंभ होने में हो रहे विलंब से बंधी आस टूटती जा रही है.