खगड़िया: मॉनसून के दौरान बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. बारिश के कारण जमा हुए पानी से एक तरफ जहां मलेरिया और डेंगू तेजी से फैलते हैं, वहीं दूसरी ओर पसीने और बारिश में भीगने से रिंग वॉर्म होने की आशंका बढ़ जाती है. कई प्रकार के फंगल इन्फेक्शन के कारण होने वाला रिंगवॉर्म एक प्रकार से स्किन रैशेज की समस्या है, जो स्किन के अलावा नाखूनों और स्केल्प के साथ किसी भी जगह हो सकती है.
यह एक से दूसरे में फैलती है. वैसे तो इसके लिए डॉक्टर दवाइयां खाने और मलहम लगाने की सलाह देते हैं. पर, घर में भी इसे ठीक करने के बहुत सारे नुस्खे मौजूद हैं, जो जल्द असर करते हैं.
लहसुन से मिलता है फायदा
चिकित्सक प्रेम कुमार ने बताया कि लहसुन का इस्तेमाल सिर्फ अच्छी सेहत बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि कई सारे इन्फेक्शन्स को दूर करने में भी किया जाता है. लहसुन में पाया जाने वाला एंटी फंगल अजोयने स्किन से संबंधित कई प्रकार के फंगल इन्फेक्शन्स को दूर करता है. लहसुन के साथ लौंग मिला कर प्रभावित जगह पर लगाने से जल्दी आराम मिलता है.
कैसे करें प्रयोग
लहसुन में एक से दो लौंग को कूट कर मिलाया जाता है. मिलाने के बाद उसमें तीन चम्मच शहद और तीन चम्मच ऑलिव ऑयल मिला कर पेस्ट बनाया जाता है. बने हुए पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाने से समस्या दूर होती है.
कच्चा पपीता का भी किया जाता है उपयोग
कच्चा पपीता स्किन के डेड सेल्स को दूर करने में बहुत ही कारगर होता है. पपीता में मौजूद पेपीन फंगस की समस्या को दूर करता है. कच्च पपीता खाने से जलन और सूजन की समस्याएं भी दूर होती हैं.
कैसे करें उपयोग
कच्चे हरे पपीते के छोटे-छोटे टुकड़े काट पेस्ट बना कर इसे प्रभावित जगह पर लगाने से काफी आराम मिलता है और रिंग वॉर्म की समस्या दूर होती है.