अलौली: होठों पर पान की लाली तभी शोभा देगी जब पेट दूध-घी से भरा हुआ हो. परंतु बिहार में बाहरी दिखावा पर काफी खर्च हो रहा है. वहीं गरीब व लाचारों के लिए जो हमने 34 फैसले, लिये उसके लिए राज्य सरकार के पास पैसे ही नहीं है. नया विधानसभा भवन बनाने, विधायकों के आवासीय भवन बनाने के लिए पैसे हैं. बिहार ऊपर से फिट-फाट है, पर भीतर से मोकामा घाट. उक्त बातें बुधवार को हाइ स्कूल अलौली के मैदान में गरीब स्वाभिमान रैली को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कही.
हम गरीब हैं, पर बेईमान नहीं : उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में 34 निर्णय लिये गये थे. उसे सरकार से मनवाने के लिए 20 अप्रैल को पटना गांधी मैदान में रैली का आयोजन किया गया है. यह गरीबों की लड़ाई है. इसमें चूड़ा, सत्तू बांध कर आयें. उन्होंने कहा कि हम गरीब हैं, परंतु बेईमान नहीं हैं. हमने जीवन में जो अनुभव किया उसके हिसाब से गरीबों, वंचितों, दलितों, महादलितों के हक के अनुसार काम किया. हमने पांच एकड़ जमीनवाले किसानों को बिजली फ्री की बात की. हमने प्लस टू में छात्रों को पढ़ने के लिए प्रथम श्रेणी के गरीब लड़कियों को 15000 व द्वितीय श्रेणी वाले को दस हजार देने की बात की. मैट्रिक के प्रथम श्रेणी छात्र के अलावा द्वितीय श्रेणी पास छात्रओं को भी राशि देने की बात की.
गरीबों के लिए आधे मन से काम किया गया : पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश जी की बातों पर चलते रहते, तो आज हमलोग पूर्व नहीं कहलाते. छह प्रमंडलों में मेरा कार्यक्रम है. सम्राट चौधरी के आग्रह पर अलौली आये हैं. वर्तमान राजनीति को समझने और समझाने की जरूरत है. गरीबों के लिए जो काम हुआ वह आधे मन से किया गया. उसका लाभ पूरा गरीबों को नहीं मिला. हम भी कहते हैं कि नीतीश जी ने अच्छा काम किया कि गरीब को तीन डिसमिल जमीन दिया. व्यवहार में देखा जाये तो उस राशि का तीन हिस्सा राशि लौट गया. वैसी जमीन 20 हजार में मिली जो उपयोग लायक नहीं थी.
डरपोक को चुनने से नहीं होगा भला
स्थानीय विधायक पर तीर चलाते हुए कहा कि मेरे ही अनुशंसा पर इन्हें टिकट मिला. आज हमसे भेंट करेंगे तो टिकट कट जायेगा. ऐसे डरपोक को आप चुनेंगे, तो आपका क्या भला होगा. शायराना अंदाज में बोलते हुए पूर्व मंत्री वृशिण पटेल ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मांझी ने जिस लड़ाई को छेड़ा है उसके निर्णय में आपकी भागीदारी होगी. महादलित का बेटा मुख्यमंत्री पद पर बैठा. दलित, पिछड़ों को आगे लाने का काम किया तो उन्हें हटा दिया. हमारे लोगों ने भी साथ नहीं दिया. कहा हमने गद्दी इसलिए छोड़ी कि महादलित का बेटा सीएम बना रहे. पूर्व विधायक राजेश्वर राज ने कहा कि विकास की गाड़ी को मांझी बढ़ा रहे थे. उन्हें अपमानित किया गया. आनेवाले समय में जनता इसका बदला लेगी. मौके पर कार्यक्रम के आयोजक रामचलितर सदा, राजेश सदा आदि लोग मौजूद थे. कार्यक्रम में अच्छी खासी भीड़ जुटी हुई थी.