खगड़िया : कोशी कॉलेज में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के छात्र छात्राओं ने मंगलवार को रांको डीह गांव जाकर स्वच्छता, स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं की स्थिति व सामूहिक समस्याओं को जानने का प्रयास किया. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रमेश कुमार के मार्गदर्शन में घर घर जाकर स्वयंसेवियों ने आंकड़ा एकत्रित किया. छात्र छात्राओं ने जाना कि महादलित बस्ती में कोई भी सार्वजनिक योजना जमीनी स्तर पर लागू नहीं है.
स्वयंसेवकों ने पाया कि अधिकतर महादलित भूमिहीन है. गांव में बाल श्रम की समस्या देखा गया है. स्वयं सेवकों ने बताया कि गांव की अधिकांश आबादी ईट भट्ठा में काम करने के लिए गांव से काफी संख्या में लोग पलायन करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा के तहत मात्र 10 से 15 दिन प्रतिवर्ष रोजगार दिया जाता है. जिला मुख्यालय के नजदीक होने के बावजूद यह गांव बुनियादी सुख सुविधाओं से वंचित है. स्वयंसेवकों ने बताया कि 5000 गैलन क्षमता वाला पानी टंकी भी इस गांव में बना है.
लेकिन ग्रामीणों को शुद्ध पेयजन भी सही से नसीब नहीं हो पा रहा है. लोगों ने बताया कि पानी में आयरन और आर्सेनिक की मात्रा अधिक है. शहर से करीब होने का बावजूद इस गांव में बिजली की समुचित व्यवस्था नहीं है. कभी कभार बिजली रहती है. स्वयंसेवियों ने गांव में सामूहिक सफाई अभियान चलाया. स्वयंसेवियों में बिट्टू कुमार, राजवंशी राज, सूरज कुमार, अभिषेक कुमार, मुकेश कुमार, श्यामसुंदर कुमार, छोटी कुमारी, मधु, उपासना आदि छात्र छात्राये शामिल थे.