बलरामपुर प्रखंड के शरीफ नगर पंचायत के लछौर आदिवासी टोला में शुद्ध पेयजल के लिए आरो लगाने का फैसला लिया गया. जिससे ग्रामीणों में काफी हर्ष था. कार्य तो प्रारंभ कर दिया.तीन महीना बीत जाने के बावजूद कार्य पूरा नहीं किया गया है. अब उसे हटाकर विद्यालय में शिफ्ट करने का फैसला लिया गया है. जिसका स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के मुखिया आरो के लिए लगाये गये स्ट्रक्चर को यहां से हटाकर दूसरे जगह लगाना चाहते हैं. हमलोग आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर है. हमारे गांव में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल योजना भी नहीं पहुंची है. जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. ग्रामीण राहुल कर्मकार ने कहा कि हमारे गांव में पानी में आयरन की समस्या बहुत ज्यादा है. भारती मरांडी बताती हैं कि पानी का हमलोगों को बहुत दिक्कत होती है. आयरन युक्त पानी होने के कारण हमलोग दूर से माथे पर ढोकर पीने का पानी लाते हैं. चापाकल के पानी में काफी मात्रा में आयरन निकलता है. अगर उसे पानी से चावल भी पकाते हैं तो लाल हो जाता है. जो भोजन खाने के लायक ही नहीं होता है. हमलोगों की मांग है कि उसे यही निर्माण किया जाय. पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सदीकुल इस्लाम ने कहा कि हमने ग्रामीणों के सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल के लिए उक्त जगह पर आरो लगवाया था. बीडीओ का निर्देश है कि वहां से हटाना होगा. उसे विद्यालय में लगाना होगा. उक्त मामले में शरीफ नगर के पंचायत सचिव उमेश कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि उक्त शुद्ध जल के लिए आरो को विद्यालय में लगाना था. गलती से वेंडर द्वारा गलत स्थान पर लगा दिया.हटाकर विद्यालय में कर दिया जायेगा. शरीफनगर पंचायत के पूर्व मुखिया प्रत्याशी संजीत दास ने कहा कि मुखिया द्वारा मनमाने तरीके से नियम के विरुद्ध शुद्ध जल आरो को लगाया जा रहा है. आरो लगाना चाहिए सार्वजनिक जगहों जैसे विद्यालय, अस्पताल, सामुदायिक भवन आदि जगहों पर इसको लगाने में अनियमितता बरती गई है. लखिया देवी, मंजू बास्की, अशफाक आदि ग्रामीणों ने शुद्ध पेयजल स्ट्रक्चर को दूसरे जगह स्थानांतरित करने का विरोध किया है.
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