बालश्रम. पांच बच्चियों को जीआरपी ने किया बरामद, महिला गिरफ्तार
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मारपीट से तंग आकर भागी थीं
बालश्रम. पांच बच्चियों को जीआरपी ने किया बरामद, महिला गिरफ्तार बाल संरक्षण व बाल अधिकार के मुद्दे को लेकर किये जा रहे प्रयास के बावजूद कटिहार जिले में बच्चों का शोषण रुक नहीं रहा है. रविवार को मखाना व्यवसाय से जुड़ी पांच नाबालिग बच्चियों का बरामद होना मौजूदा व्यवस्था को मुंह चिढ़ाने के लिए काफी […]
बाल संरक्षण व बाल अधिकार के मुद्दे को लेकर किये जा रहे प्रयास के बावजूद कटिहार जिले में बच्चों का शोषण रुक नहीं रहा है. रविवार को मखाना व्यवसाय से जुड़ी पांच नाबालिग बच्चियों का बरामद होना मौजूदा व्यवस्था को मुंह चिढ़ाने के लिए काफी है.
कटिहार : कटिहार प्लेटफाॅर्म पर रविवार को पांच नाबालिग बच्चियों की एक महिला से बहस हो रही थी. प्लेटफाॅर्म पर शोर सुनकर वहां रेलयात्रियों की भीड़ लग गयी. भीड़ को देख जीआरपी मौके पर पहुंची व दोनों पक्षों की बात सुन उक्त महिला को हिरासत में ले लिया. इसके बाद जीआरपी ने नाबालिग लड़कियों का बयान दर्ज कर आरोपित महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. साथ ही नाबालिग बच्चियों को चाइल्ड लाइन के सुपूर्द कर दिया. गिरफ्तार जिवछी देवी पति अनिल सहनी सुपौल की रहने वाली है.
कटिहार प्लेटफाॅर्म पर पांच नाबालिग बच्चियों की एक महिला के साथ बहस हो रही थी. महिला बार-बार उन बच्चियों को काम पर जाने का दबाव बना रही थी. जबकि पांचों बच्चियां उक्त महिला के साथ जाना नहीं चाहती थीं. पर जिवछी देवी लड़कियों पर जबरन दबाव बना रही थी. इस कारण दोनों पक्षों में प्लेटफाॅर्म पर ही बहस होने लगी.
इस दौरान मौके पर जीआरपी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार मौके पर पहुंचे और सच्चाई जान महिला को हिरासत में ले लिया. वहीं पीड़ित लड़कियों ने बताया कि काम के दौरान उनके साथ मारपीट भी की जाती है. इस कारण सभी लड़कियां काम छोड़कर अपने घर जाना चाहती थीं. जिवछी उनलोगों को जाने नहीं देना चाहती थी. इस कारण वह लोग सुबह ही सभी सनोली स्थित मखाना का काम छोड़ कर वहां से भाग निकलीं और कटिहार रेलवे स्टेशन पहुंच गयीं. संयोग था कि उनपर जीआरपी की नजर पड़ गयी.
मखाना व्यवसायी के यहां करतीं थी काम
जीआरपी ने बच्चियों को चाइल्ड लाइन को सौंपा
जीआरपी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि नाबालिग लड़कियां दरभंगा लगमा थाना बिरौल की निवासी हैं. नाबालिगों में रेणु, सुलेखा, रीता, सीता, सरिता हैं. जिवछी देवी सभी लड़कियों को कटिहार मखाना व्यवसायी के यहां काम कराने लायी थी, लेकिन नाबालिग मखाना व्यवसायी के यहां वे काम नहीं करना चाहती थीं. इस वजह से वह सभी सनौली से दरभंगा जाने के लिए कटिहार स्टेशन पहुंच गयीं. जिवछी को जब इसकी जानकारी हुई, तो वह भी कटिहार स्टेशन पर लड़कियों पर काम पर ले जाने के लिए दबाव बनाने लगी. पीड़ित नाबालिग बच्चियों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर जिवछी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. वहीं बच्चियों को चाइल्ड लाइन के सुपूर्द कर दिया गया है.
सीडब्लूसी ने दिये जांच के आदेश
चाइल्ड लाइन द्वारा सभी नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया. समिति के अध्यक्ष तीरथ कुमार दौलानी ने अन्य सदस्यों के समक्ष सुनवाई की. उसके बाद सभी नाबालिग बच्चियों को पूर्णिया भेज दिया गया. सीडब्लूसी के अध्यक्ष श्री दौलानी ने बताया कि इस मामले के जांच का आदेश दिये गये हैं.
आरोिपत महिला बच्चियों को वापस ले जाने के लिए बना रही थी दबाव
जीआरपी को बच्चियों ने सुनायी अपनी व्यथा
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