कटिहार : कटिहार रेल मंडल अंतर्गत कटिहार रेलवे प्लेटफाॅर्म को छोड़कर अन्य स्टेशनों पर रेलवे की अधिकृत स्टॉलों पर रेलनीर यात्रियों को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. मेल एक्सप्रेस सहित कई मुख्य ट्रेनों एवं पैसेंजर ट्रेनों के यात्रियों को अन्य ब्रांडेड एवं लोकल बोतल बंद पानी की आपूर्ति स्टॉलों के माध्यम से की जा रही है.
यहां एक ओर खबर में आने के बाद कटिहार रेलवे स्टेशन पर रातों रात रेलनीर की आपूर्ति प्लेटफाॅर्म पर सभी स्टॉलों में उपलब्ध करा दी गयी. वहीं दूसरी ओर रेल मंडल के दूसरे स्टेशनों में रेलनीर उपलब्ध नहीं है, जिस कारण लोग दूसरे ब्रांडेड कंपनी के सील बोतल की पानी पी रहे हैं. जिसकी कीमत भी अधिक है.
रेल प्रशासन की उदासीनता है वजहरेलवे स्टेशनों पर रेल नीर उपलब्ध कराने का जिम्मा रेल प्रशासन की होती है. रेलवे द्वारा सुरक्षित पीने का पानी के उद्देश्य से देश के विभिन्न हिस्सों में रेल नीर संयत्र स्थापित किया गया.
बिहार में भी वर्ष 2004 में दानापुर में रेलनीर संयत्र स्थापित किया गया. इसका उद्देश्य बिहार राज्य सहित देश के उत्तर पूर्वी राज्यों के रेलवे स्टेशनों सहित बंगाल के हावरा एवं सियालदह स्टेशन पर रेलनीर उपलब्ध कराना था. इस संयत्र में प्रतिदिन 1.02 लाख बोतल बंद पानी का उत्पादन होता है.
जो कि आपूर्ति की दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशनों पर काफी मानी जाती है. फिर भी कई स्टेशनों पर रेलनीर उपलब्ध नहीं है. -इन स्टेशनों पर उपलब्ध नहीं है रेलनीरप्रभात खबर की टीम ने कटिहार रेल मंडल अंतर्गत विभिन्न स्टेशनों का जायजा लिया इस क्रम में पाया कि सनौली, बारसोई, किशनगंज, डालकोला, प्राणपुर, पूर्णिया, अररिया कोर्ट, अररिया आरएस, फारबिसगंज, जोगबनी, ठाकुरगंज के स्टेशनों पर प्राइवेट आपूर्ति कर्ता द्वारा विभिन्न अन्य ब्रांडेड कंपनी के बोतल बंद पानी की आपूर्ति की जा रही है.
कहते हैं सीनियर डीसीएम सीनियर डीसीएम पवन कुमार ने कहा कि कटिहार स्टेशन को ए ग्रेड का दर्जा प्राप्त है. इस कारण रेलनीर का स्टॉकिस्ट कटिहार में है, जिसके द्वारा निर्बाध रूप से रेलनीर उपलब्ध कराया जाता है.
अन्य स्टेशनों पर 11 अन्य ब्रांडों के सील बोतल पानी की आपूर्ति अनुमति दी गयी है. बिना अनुमति के बोतल बंद पानी के बेचे जाने पर दुकानदारों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.