कटिहार : विगत मई माह में हाइकोर्ट द्वारा फर्जी रूप से नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध दिये गये आदेश अब रंग लाने लगी है. निगरानी अन्वेंषण ब्यूरो ने दो फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया है. अभी जबकि माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के विरुद्ध मामला दर्ज कराने की शुरुआत हुई है.
फर्जी रूप से नियोजित शिक्षकों में इस मामले को लेकर खलबली मच गयी है. नगर निगम कटिहार स्थित मारवाड़ी पाठशाला में नियोजित माध्यमिक शिक्षक प्रेम कुमार झा एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय माहीनगर में फर्जी रूप से नियोजित शिक्षक नेफाउर रहमान के विरुद्ध भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 एवं 409 के तहत मामला दर्ज कराया गया.
निगरानी अन्वेंषण ब्यूरो पटना बिहार के पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार प्रतिनियुक्त प्रभार कटिहार ने उक्त दोनों शिक्षकों के विरुद्ध फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित होने का मामला दर्ज कराया है.
साथ ही दोनों शिक्षकों से अब तक सरकारी राशि के गबन का भी मामला दर्ज कराया है. ज्ञात हो कि प्रेम कुमार झा पिता पितांबर झा ग्राम बनगांव जिला सहरसा के निवासी हैं, जो फर्जी बीएड की डिग्री एवं अंक पत्र के आधार पर नगर निगम कटिहार में माध्यमिक शिक्षक के रूप में वर्ष 2006 में नियोजित हो गये थे.
निगरानी विभाग ने इसके प्रमाण पत्र को विश्वविद्यालय भेजा था. जहां से विश्वविद्यालय द्वारा प्रेम कुमार झा के प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया गया. विश्वविद्यालय ने प्रेम झा के टेबुलेशन रजिस्टर में उत्तीर्ण एवं अंक पत्र जाली पाया.
इसी तरह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय माही नगर में नियोजित शिक्षक नेफाउर रहमान ने नियोजन वर्ष 2012 के अंतर्गत 28 दिसंबर 2014 को नियोजित हो गये थे. ये बीएड की डिग्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ प्राप्त डिग्री के आधार पर नियोजित हुए थे.
निगरानी विभाग ने इसके प्रमाण पत्र को भी जांच के लिए भेजा. विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव द्वारा प्रतिवेदित किया गया कि नेफाउर रहमान के एनरॉलमेंट नंबर के स्थान पर कुमारी अर्चना शर्मा का नाम अंकित है. जिले में इस मामले को लेकर फर्जी रूप से नियोजित अब भी सैकड़ों उन शिक्षकों की नींद उड़ा दी है.