अमदाबाद : आजादी के छह दशक बीत जाने के बाद भी अमदाबाद प्रखंड के चौकिया पहाड़पुर पंचायत के लोग सड़क, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं. यहां तक कि गंगा व महानंदा जैसी नदियों की कटाव का दंश भी झेलने को विवश होना पड़ रहा है. चौकिया पहाड़पुर, भवानीपुर खट्टी, पार दियारा पंचायत में गंगा नदी के कटाव से करीब आठ सौ से अधिक परिवारों का घर-द्वार कट कर गंगा नदी में समा गयी.
यही नहीं आठ सौ परिवार में से करीब 450 परिवारों को एक ही वर्ष में दो बार विस्थापित होना पड़ा है. वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय धन्नीटोला भी गंगा नदी के भेंट चढ़ गयी है. भवानीपुर खट्टी पंचायत, चौकिया पहाड़पुर, पार दियारा पंचायत के दर्जनों गांव तक पहुंचने के लिए सड़क सुविधा बदहाल है.
उक्त पंचायत के दर्जनों गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क का बदहाल स्थिति के कारण इस होकर चलना मुश्किल हो गया है. उक्त पंचायत के दर्जनों गांव के लोग इसी सड़क से होकर मतदान केंद्र जाकर अपना मतदान करेंगे.
यहां का मतदाता इस गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है. करीब 12 से 13 किलोमीटर पैदल चल कर पीएचसी अमदाबाद पहुंच कर अपना या परिजनों का इलाज कराते हैं. इस गांव में आजादी के बाद आज तक बिजली तो दूर की बात है,
बिजली की रोशनी का छींटा तक नहीं पहुंच पाया है. गंगा नदी के किनारे होने के कारण यहां के अधिकांश चापाकल में आर्सेनिक आयरन, फ्लोराइड युक्त पानी पाया जाता है. जिसे पीकर यहां के लोग पेट व चर्म रोग से ग्रस्त हो रहे हैं.
प्रभात मंडल, भोलाचंद्र मंडल, पिंकी देवी, रीना देवी, ललिता देवी, सावित्री देवी आदि मतदाताओं ने कहा कि खट्टी भवानीपुर गांव करीब एक हजार परिवारों का गांव था. लेकिन इस गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है.
यहां के लोगों के लिए आवागमन के लिए सड़क तक नहीं है. आजादी के बाद भी यहां के लोग ढिबरी या लालटेन युग में जी रहे हैं. यहां पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. भगवान भरोसे किसी तरह रह रहे हैं.