कटिहार : विद्युत विभाग में इन दिनों बिजली बिल की गड़बड़ी को लेकर विभाग में संशय की स्थिति बनी रहती है. कब विभाग में हंगामा हो जाये यह कहा नहीं जा सकता. बीते मंगलवार को राजहाता बिनोदपुर स्थित विद्युत विभाग में विद्युत उपभोक्ताओं ने जमकर हो-हंगामा किया. आखिर इन सबके बावजूद भी विभाग में सुधार नहीं हो रहा है.
आखिर कब-तक विभाग कर्मियों की कमी का राग अलापते रहेगी. आखिर विभाग की गलती का खामियाजा उपभोक्ता क्यों भुगते. विद्युत विभाग को यह तय करना है कि उपभोक्ता की परेशानी किस प्रकार समाप्त होनी चाहिए लेकिन विभाग इस बारे में सोचना तो दूर बस सिर्फ महज किसी प्रकार काम निकालना जानती है. नियमित नहीं होती मीटर रीडिंग———————–विभाग की ओर से मीटर रीडिंग की नियमित रूप से नहीं की जाती है.
किसी माह हो गयी तो ठीक अन्यथा कई माह तक मीटर रिडिंग नही हो पाती है. जिस कारण उपभोक्ता को कई कई बार पचास हजार तक का बिल भेज देते है. वहीं कई माह तो विपत्र बिल ही उपभोक्ता को नही मिलता है. कई बार दौड़ने के बावजूद नहीं होता सुधार——————————-बिजली बिल में गड़बड़ी के कारण पहले बिल सुधार के लिए कतार में लगनी पड़ती जिसमें कभी सुधार होकर बिल कम हो जाता है तो कभी विभाग के अधिकारी उस बिल को भी सही बताते है हो भी क्यों नहीं मीटर रीडिंग का एवरेज महीना में जोड़ कर बिल विपत्र भेजते रहते है और जिसका भुगतान उपभोक्ता प्रत्येक माह करते आ रहे है.
लेकिन जिस माह पुन: मीटर रीडिंग हुआ तो अवश्य ही एवरेज से मीटर अधिक चलता है जिसे जोड़ कर पुन: उपभोक्ता को विभाग हजारों का बिल भेज देती है. अगर भुगतान नहीं किया तो आप अंधेरे में रहें. आखिर इस मुश्किल से कब छुटकारा मिलेगा. घंटो कतार में खड़ा होकर विपत्र जमा करते उपभोक्ताविजली विपत्र बिल का भुगतान करने गये लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पहले विपत्र बिल में सुधार करने कतार में खड़ा रहना पड़ता है
जिसमें दो से चार घंटे तो निश्चित लग जाती है उसके बाद बिल में अगर सुधार हुआ तो फिर कैश काउंटर पर कतार में खड़ा होकर बिल जमा करे यू कहा जाये कि बिल जमा कर एक दिन काम छोड़ना ही निश्चित है. कहते हैं कार्यपालक अभियंताविद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता नवीन कुमार ने बताया कि सिस्टम में कुछ बदलाव हुआ है जिस कारण इस प्रकार की शिकायत मिल रही है. आगामी नवंबर माह तक इन समस्या का समाधान कर लिया जायेगा.