कटिहार : जिले के हसनगंज थाना क्षेत्र के राजवाड़ा गांव के एक ही परविार के तीन लोगों की मौत कारंट की चपेट में आने से हो गयी. इस परिवार के लिए मंगलवार का दिन अमंगल साबित हुआ है.
खेत में काम करने के दौरान ग्याहर हजार उच्च क्षमता का तार खेत में गिरने से पिता, पुत्र एवं भांजा कारंट की चपेट में आ गये.
जिससे लक्ष्मण राम की मौके पर ही मौत हो गयी. जबकि पुत्र रंजीत राम व भांजा पुलेस राम की मौत इलाज के क्रम में कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गयी.
घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और तीनों शव को जब्त कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुटी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजवाड़ा निवासी लक्ष्मण राम रोज की तरह मंगलवार को भी अपने खेत में काम करने गये थे. उनके साथ उनका पुत्र रंजीत राम (22) एवं भांजा पुलेस राम (20) भी साथ में काम करने खेत पर गये हुए थे. काम करने के दौरान ही खेत के उपर से गुजरी 11 हजार उच्च क्षमता का तार टूटकर गिर पड़ा.
जिसकी चपेट में तीनों आ गये. कारंट की चपेट में आने से लक्ष्मण राम की मौके पर ही मौत हो गयी. जबकि उनका पुत्र रंजीत राम व भांजा पुलेस राम गंभीर रूप से जख्मी हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को इलाज के लिए कटिहार मेडिकल अस्पताल में भरती कराया गया. जहां जिंदगी व मौत से जूझते हुए दोनों ने इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया.
इस घटना के बाद परिजनों की स्थिति काफी खराब हो गयी. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत ने सबों को झकझौर कर रख दिया है. घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े लोग –राजवाड़ा के लोगों को जैसे ही सूचना मिली कि उच्च क्षमता का तार टूटकर गिरने से लक्ष्मण राम सहित उनके पुत्र व भांजा गंभीर हो गये हैं.
सभी घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े. मौके पर पहुंचने पर पाया कि लक्ष्मण राम की मोत हो चुकी है. जबकि पुत्र व भांजा की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. आन-फानन में लोगों ने दोनों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दोनों की जिंदगी को बचाया नहीं जा सका.
विद्युत विभाग की लापरवाही मान रहे लोग—-घटना के लिए गांव के लोग पूरी तरह से विद्युत विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं.
लोगों का कहना है कि विभाग की ओर से जर्जर तारों को बदलने की दिशा में कभी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. जब से तार लगा है, उस समय से तार जर्जर हो गया है या ठीक है इसकी जांच तक नहीं की गयी है.
जबकि बीच-बीच में जांच होनी चाहिए. ताकि यह पता चल सकें कि तार यदि जर्जर हो गया है तो उसे बदला जा सके. लेकिन विभाग के पदाधिकारी को इससे कोई लेना देना ही नहीं है. ग्रामीणों व परिजनों का आरोप है कि इस घटना के लिए पूरी तरह से विद्युत विभाग जवाबदेह है.
मुआवजे की मांग-राजवाड़ा गांव के लक्ष्मण राम सहित उनके पुत्र व भांजे की मौत से पूरे गांव में मतामी सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग यह सोच कर परेशान है कि यह कैसे हो गया. ग्रामीणों की मांग है कि सभी मृतकों को विद्युत विभाग 10-10 लाख का मुआवजा व परिजन को सरकारी नौकरी दिया जाय.