कटिहार: मनसाही थाना अंतर्गत पिंडा गांव में आदिवासी महिलाओं के साथ र्दुव्यवहार की घटना के विरोध में गुरुवार को समाहरणालय गेट पर सर्वदलीय धरना प्रदर्शन दिया गया. पिंडा गांव में आदिवासी महिलाओं के र्दुव्यवहार करने वाले पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान मनसाही थाना कांड संख्या 53/2015 को वापस लेने की भी मांग की गयी. धरना का नेतृत्व भाकपा माले के राज्य परिषद सदस्य कॉमरेड असगर अली ने किया.
इस दौरान माले नेता व पूर्व विधायक महबूब आलम ने कहा कि पुलिस अपराधी गंठजोड़ का खेल पिंडा गांव के आदिवासी महिला फूलो देवी के साथ खेला गया. उन्होंने कहा कि झूठे बकरी चोरी के मामले में फूलो देवी को गिरफ्तार करने व उसकी बेटी शिव कुमारी के अपशब्द का प्रयोग किया गया.
माले नेता असगर अली ने कहा कि बगैर महिला पुलिस के रात्रि आठ बजे पिंडा गांव के आदिवासी महिला के घर में पुलिस की कार्रवाई कई सवालों को जन्म देती है. उन्होंने मनसाही थाना पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कुख्यात अपराधी को मनसाही पुलिस गिरफ्तार करने के बजाय संरक्षण देती रही है. मौके पर राकांपा नेता अख्तर हुसैन, माकपा नेता बारिश हुसैन, बाबू राम हेंब्रम, गणोश मुमरू, झुला सहित कई नेताओं ने संबोधित किया. धरना के बाद एक शिष्टमंडल ने जिला पदाधिकारी को चार सूत्री मांग पत्र सौंपा.