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फर्जी एलपीसी से एक करोड़ का केसीसी ऋण
कटिहार: फर्जी भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र (एलपीसी) का उपयोग कर एक करोड़ से अधिक का केसीसी ऋण लेने का मामला उजागर हुआ है. केसीसी ऋण फर्जीवाड़ा का यह मामला डंडखोरा प्रखंड के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सौरिया शाखा से जुड़ा है. शाखा प्रबंधक द्वारा डंडखोरा थाना को दिये आवेदन में बैंक के बिजनेस फे सिलेटर […]
कटिहार: फर्जी भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र (एलपीसी) का उपयोग कर एक करोड़ से अधिक का केसीसी ऋण लेने का मामला उजागर हुआ है. केसीसी ऋण फर्जीवाड़ा का यह मामला डंडखोरा प्रखंड के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सौरिया शाखा से जुड़ा है. शाखा प्रबंधक द्वारा डंडखोरा थाना को दिये आवेदन में बैंक के बिजनेस फे सिलेटर दिलीप कुमार पोद्दार को फर्जीवाड़ा का नटवर लाल बताया गया है. शाखा प्रबंधक के आवेदन पर डंडखोरा थाना में 23/15 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. हालांकि, अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. वहीं तत्कालीन शाखा प्रबंधक निशा कुमारी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
129 में से 123 एलपीसी पाये गये फर्जी : पुलिस को दिये आवेदन में शाखा प्रबंधक कुणाल पासवान ने बताया है कि बैंक के सौरिया शाखा के आंतरिक अंकेक्षण के दौरान 129 भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र के आधार पर केसीसी ऋण निर्गत किया गया है.यह ऋण अंचल पदाधिकारी डंडखोरा द्वारा विभिन्न तिथियों में निर्गत एलपीसी के आधार पर किया गया. इस बीच सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पूर्णिया क्षेत्र द्वारा एलपीसी की जांच अंचल पदाधिकारी डंडखोरा के कार्यालय से कराया गया है. इसमें 123 एलपीसी फर्जी पाया गया है. सीओ डंडखोरा ने जांच के बाद कहा कि उनके कार्यालय से एलपीसी निर्गत किया ही नहीं गया है.
फर्जी तरीके से तैयार किया गया प्रमाण पत्र
शाखा प्रबंधक द्वारा दिये गये आवेदन में कहा गया है कि शाखा में कार्यरत बीएफ दिलीप कुमार पोद्दार पिता कर्मलाल पोद्दार, साकिन भेलाई थाना डंडखोरा द्वारा फर्जी तरीके से 123 भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र तैयार किया गया है. इससे बैंक को भारी आर्थिक क्षति होने की आशंका है. शाखा प्रबंधक के आवेदन पर डंडखोरा थाना में 23/15 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस बीच आरोपी दिलीप कुमार पोद्दार ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश के यहां जमानत की अर्जी दाखिल की थी. जिला जज ने जमानत याचिका खारिज कर दी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले का पर्यवेक्षण अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कटिहार द्वारा किया गया है. एसडीपीओ ने फर्जीवाड़ा के इस मामले को सही पाया है. हालांकि, इस मामले में डंडखोरा पुलिस की कार्रवाई अब तक उदासीन है. प्राथमिकी दर्ज होने के एक माह बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोई पहल नहीं की गयी है. इन 123 लोगों के नाम पर फर्जी एलपीसी का उपयोग कर केसीसी ऋण उठाया गया है. उन सबके बीच हड़कंप मचा हुआ है. तकरीबन एक करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा केसीसी ऋण में हुआ है. इस मामले में तत्कालीन शाखा प्रबंधक निशा कुमारी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
बैंक प्रबंधक द्वारा फर्जीवाड़े का उजागर किये गया है. जिला प्रशासन फर्जी तरीके से लाभ लेने वालों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करेगा.
प्रकाश कुमार, डीएम, कटिहार
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