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अब तक नहीं हो पाया है चालू
कटिहार: भीषण गरमी में लोगों को प्यास बुझाने एवं सहज तरीके से पानी की आपूर्ति करने के लिए पीएचइडी विभाग द्वारा शहर के सबसे वीआइपी मुहल्ले मिरचाईबाड़ी ऑफिसर्स कॉलोनी में पानी टंकी बनाया गया. करीब एक साल पहले यह पानी टंकी बन कर तैयार हो गया. लेकिन लोगों को अब तक इसका लाभ नहीं मिला […]
कटिहार: भीषण गरमी में लोगों को प्यास बुझाने एवं सहज तरीके से पानी की आपूर्ति करने के लिए पीएचइडी विभाग द्वारा शहर के सबसे वीआइपी मुहल्ले मिरचाईबाड़ी ऑफिसर्स कॉलोनी में पानी टंकी बनाया गया. करीब एक साल पहले यह पानी टंकी बन कर तैयार हो गया. लेकिन लोगों को अब तक इसका लाभ नहीं मिला है. लोगों का मानना है कि विभाग ने वीआइपी मुहल्ला होने की वजह से ही शायद यहां पानी टंकी बनाया है.
इसी मोहल्ले में 32 सरकारी विभागों के कार्यालय हैं. समाहरणालय सहित कई विभाग आसपास ही हैं. जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित तमाम बड़े व छोटे अधिकारियों का आवास भी इस मुहल्ले में हैं. साथ ही सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद एवं विधान पार्षद अशोक कुमार अग्रवाल के आवास भी इसी मुहल्ले में है. आम लोगों के जेहन में यह बात कौंध रहा है कि अगर इतने वीआइपी लोगों के मुहल्ले में सरकार की योजनाओं की यह स्थिति हैं तो सामान्य मुहल्ले व गांव की स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
क्या है वजह
नगर निगम व पीएचइडी के बीच समन्वय के अभाव की वजह से विधायक के मुहल्ले की पानी टंकी का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. हालांकि विधायक श्री प्रसाद ने विधानसभा में भी यह मामला उठाया है. लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है. नगर निगम प्रशासन इस बात पर अड़े हुए हैं कि कटिहार में जल पर्षद का गठन नहीं हो जाता, तब तक निगम पानी टंकी संचालन में असमर्थ है. दूसरी ओर पीएचइडी का कहना है कि उनके विभाग का काम पानी टंकी तैयार करना है. लोगों को पानी सप्लाई करने का काम नगर निगम का है. इन्हीं रस्साकसी में पानी टंकी का लाभ मुहल्ले के लोगों को नहीं मिला है.
कहती है निगम पार्षद
स्थानीय निगम पार्षद गुंजन घोष ने कहा कि जिला प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करके पानी टंकी को शुरू कराना चाहिए. पानी टंकी सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है. लाखों खर्च हुआ है तो इसका लाभ भी लोगों को मिलना चाहिए.
कहते हैं विधायक
सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद ने इस संदर्भ में कहा कि विधानसभा के चालू सत्र में ध्यानाकर्षण के माध्यम से शहर के दोनों नवनिर्मित जल मीनार के बारे में प्रश्न पूछे हैं. सरकार की ओर से जवाब नहीं है. पीएचइडी व नगर निगम की शिथिलता की वजह से जल मीनार का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. जिला पदाधिकारी से इस मामले में पहल करने के लिए कहे हैं. यह प्रथम चरण का जल मीनार है. निगम क्षेत्र में और भी जल मीनार बनेगा.
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