कटिहार . मंडल कारा में वार्ड की बोली लगती है. इस दौरान जो सबसे अधिक राशि की बोली लगाता है. उसे वार्ड का भार सौंपा जाता है. उसके बाद वह उस वार्ड में आने वाले सभी कैदियों की खरीद फरोख्त वार्ड इंचार्ज करता है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जघन्य कांड के आरोपी अपराधी जो लंबे वर्षो से कारा में विचाराधीन है अथवा जिन्हें न्यायालय ने सजा मुकर्रर कर दिया है. वैसे अपराधी को वार्ड का इंचार्ज बनाया जाता है.
वार्ड इंचार्ज का वार्ड पर रहता है आधिपत्य मंडल कारा के सभी वार्ड में एक- एक वार्ड इंचार्ज नियुक्त है. जिसका पूरी तरह से अपने वार्ड पर अधिपत्य रहता है. वार्ड इंचार्ज की मर्जी के अनुसार उसके वार्ड में किसी कैदी को नहीं लिया जाता है. वार्ड इंचार्ज के सहमति से ही उसके वार्ड से कैदी को कारा प्रशासन बाहर मंडल कारा परिसर में सफाई व अन्य काम कराने के लिए ले जाते है.