किशनगंज में उतरने की जगह पहुंच गये कटिहार
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मां-बेटा ट्रेन में हुआ नशाखुरानी गिरोह का शिकार
किशनगंज में उतरने की जगह पहुंच गये कटिहार गुवाहाटी इंदौर एक्सप्रेस से कर रहे थे यात्रा जीआरपी ने सदर अस्पताल में कराया भर्ती कटिहार : रेल प्रशासन रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भले ही लाख दावे कर रहा हो , पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. खासकर रेल यात्री ट्रेनों […]
गुवाहाटी इंदौर एक्सप्रेस से कर रहे थे यात्रा
जीआरपी ने सदर अस्पताल में कराया भर्ती
कटिहार : रेल प्रशासन रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भले ही लाख दावे कर रहा हो , पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. खासकर रेल यात्री ट्रेनों में अक्सर नशाखुरानी गिरोह या फिर अन्य अपराधिक घटनाओं के शिकार होते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला सोमवार को कटिहार में देखने को मिला. जब नशाखुरानी गिरोह के शिकार रेलयात्री मां-बेटे किशनगंज की जगह नशे की हालत में कटिहार पहुंच गये. दोनों को जीआरपी ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
कटिहार रेलवे स्टेशन पर गुवाहाटी इंदौर एक्सप्रेस से असम के बोगांव निवासी मां-बेटे को कटिहार जीआरपी ने उनके परिजन की सूचना पर गंभीर अवस्था में ट्रेन से उतारा व इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. इधर घटना के बाबत जीआरपी ने पीड़ित रेलयात्री का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. बताते चलें कि रेलवे सुरक्षा को धता बताते हुए गुवाहाटी के बोगांव निवासी मां जुमना देवी व पुत्र राजेंद्र प्रसाद इंदौर एक्सप्रेस के एस नाइन कोच के 65 व 66 नंबर बर्थ पर सफर कर रहे थे. बोगांव गांव से मां-बेटे का किशनगंज से सफर आंरभ हुआ. इसी क्रम में दोनों नशाखुरानी गिरोह के शिकार बन गये. अपराधियों ने उन्हें नशा खिला कर उसके बैग से नकद राशि व आभूषण लूट लिया व फरार हो गये.
कहते हैं जीआरपी थानाध्यक्ष: जीआरपी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि घटना किशनगंज के पूर्व पश्चिम बंगाल के स्टेशन पर घटित हुई है. सूचना मिलते ही उक्त ट्रेन से अविलंब नशाखुरानी के शिकार रेलयात्री मां व बेटे को ट्रेन से उतार कर उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी स्थिति में सुधार होते ही पुलिस उसका बयान दर्ज कर संबंधित रेल थाना को भेज देगी, ताकि अपराधियों पर कार्रवाई की जा सके.
शादी समारोह में भाग लेने आ रहे थे किशनगंज
राजेंद्र व उसकी मां जानकी किशनगंज एक शादी समारोह में भाग लेने आ रहे थे. किशनगंज लोहारपट्टी निवासी विजय अग्रवाल अपने मौसी को रिसीव करने के लिए किशनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचा. ट्रेन रुकी, विजय एस नाइन कोच के समीप जाकर खड़ा हो गया. काफी देर के बाद भी उसका भाई व मौसी ट्रेन से नहीं उतरी, तो वह अपने रिश्तेदार को ढूंढ़ने लगा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया. उसने ट्रेन के कोच में आवाज भी लगायी लेकिन जवाब नहीं मिला. इस बीच ट्रेन खुल गयी.
इधर विजय ने अपनी मौसी के घर फोन किया तो परिजनों ने बताया कि वह उसी ट्रेन से किशनगंज के लिए निकली है. इस बात की जानकारी मिलने पर विजय ने कटिहार जीआरपी से संपर्क किया. और उनको मामले की जानकारी दी. इधर सूचना मिलते ही कटिहार जीआरपी मुस्तैद हो गयी. उक्त ट्रेन से नशाखुरानी गिरोह के शिकार मां व बेटे को अचेत अवस्था में उतारा गया और सदर अस्पताल भेज दिया गया.
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