किलो की जगह पाव में हो रही खरीदारी
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टमाटर के बाद अब प्याज की कीमत लोगों को रूला रही
किलो की जगह पाव में हो रही खरीदारी कटिहार : पहले टमाटर और अब प्याज की कीमत आसमान छूने लगी है. प्याज के दाम एक सप्ताह के अंदर तीन गुना से अधिक बढ़ गये हैं. इसका असर रसोई पर पड़ रहा है. प्याज महंगा होने से किसानों के चेहरे पर जहां खुशी है, वहीं आमलोगों […]
कटिहार : पहले टमाटर और अब प्याज की कीमत आसमान छूने लगी है. प्याज के दाम एक सप्ताह के अंदर तीन गुना से अधिक बढ़ गये हैं. इसका असर रसोई पर पड़ रहा है. प्याज महंगा होने से किसानों के चेहरे पर जहां खुशी है, वहीं आमलोगों की जेब पर दोहरी मार पड़ रही है. मंडियों में प्याज की आवक बहुत कम हो गयी है. अन्य सब्जियों के दाम में तो कोई खास वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन प्याज ने गरीबों से लेकर आम आदमियों के आंसू निकाल दिये हैं. सब्जी में प्याज का स्वाद महंगाई ने कम कर दिया है. सलाद से प्याज गायब हो गया है. 12 रुपया बिकने वाला प्याज फिलहाल 40 रुपये किलो बिक रहा है. सात दिन पहले 12 रुपया प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बिक रहा था. अभी प्याज के दाम और ज्यादा बढ़ेंगे.
कहती हैं गृहणियां
अचानक प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो जाने से गृहणियां भी परेशान हैं. मीना देवी, माला देवी, सविता देवी, मुन्नी देवी, आशा देवी, शकुंतला देवी, सुधादेवी, नीलम देवी का कहना है कि अचानक प्याज के दाम में वृद्धि हो जाने से घर का बजट बिगड़ गया है. बता दें कि इस समय टमाटर 80 रुपये प्रति किलोग्राम, बैगन 40 रुपये, भिंडी 30 रुपये , परवल 30 रुपये, करैला 40 रुपये, लौकी 20 से 30 रुपये प्रति पीस बिक रहा है.
पिछले सप्ताह 12 से 16 रुपये किलो बिक रहा था
भारतीय राजनीति को कई बार प्रभावित करने वाला प्याज एक बार फिर लोगों के आंसू निकालने को आतुर है. पिछले एक सप्ताह में प्याज के दाम चौगुना तक बढ़ गया है. पिछले सप्ताह 12 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज आज 40 रुपये रति किलो बिक रहा है. जानकार इसका कारण जमाखोरी बता रहे हैं. प्याज आम लोगों की थाली में प्रमुख स्थान रखता था. आज थाली से गायब होता जा रहा है. यदि ऐसा ही रहा तो प्याज खरीदना और खाना मध्यम वर्गीय लोगों के बस के बाहर हो जायेगा. पिछले साल प्याज 80 रुपये प्रति किलो तक बिका था. इस साल अभी से प्याज के दाम चढ़ने शुरू हो गये हैं. पिछले सप्ताह प्याज 12 से 16 रुपये किलो बिक रहा था. अब वही प्याज 35 रुपया से 40 प्रति किलो बिक रहा है. आने वाले दो दिनों में प्याज के मूल्य में और वृद्धि होने की आशंका है, जबकि टमाटर पहले ही लोगों की थाली से गायब है.
कहते हैं सब्जी विक्रेता
सब्जी थोक बिक्रेता बबलू कुमार कहते हैं कि इस साल आलू और प्याज दोनों का उत्पादन कम हुआ है. इससे इनकी आवक कम है. इसके चलते आलू व प्याज के दाम अभी से बढ़ने शुरू हो गये हैं. आलू और प्याज की जमाखोरी नहीं होती है. मूल्य बढ़ने का सबसे बड़ा कारण उत्पादन कम होना है. आलू-प्याज पर ज्यादा मुनाफा नहीं है. सब्जी विक्रेता हीरालाल बताते हैं कि आलू व प्याज पर अधिक मुनाफा नहीं है. इन दिनों थोक रेट पर प्याज 3000 प्रति क्विंटल में मिल रहा है. बोरे में कुछ न कुछ प्याज खराब निकल जाता है. इससे मुनाफा बराबर हो जाता है. आलू में तो मुश्किल से एक किलो ही बच पाता है. अभी प्याज के दाम और बढ़ने के आसार हैं.
कहते हैं अधिकारी : जिला आपूर्ति पदाधिकारी पवन मिश्रा कहते हैं कि अगर जमाखोरी की सूचना मिली, संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि प्याज के दाम में इतनी वृद्धि एकाएक कैसे हो गयी, यह जांच विषय है.
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