दिन-रात युद्धस्तर पर हो रहा है काम
सिकरा गांव में दौड़ लगा रहे हैं अधिकारी
भभुआ : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निश्चय यात्रा के क्रम में कैमूर आने में अब महज आठ दिन शेष रह गये हैं लेकिन, भभुआ प्रखंड के सिकरा गांव में मुख्यमंत्री के सात निश्चय को लागू कर पूर्ण कराने के लिए समय कम और काम अधिक है. ऐसे में रात-दिन युद्धस्तर पर सिकरा गांव में काम किया जा रहा है. डीएम, एसपी सहित वरीय अधिकारी लगातार उस गांव का दौरा कर रहे हैं और हर काम का बारिकी से निरीक्षण भी किया जा रहा है. बुधवार को एक बार फिर सिकरा गांव में कार्य की प्रगति जानने के लिए डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह, एसपी हरप्रीत कौर सहित वरीय अधिकारी सिकरा गांव पहुंचे.
दरअसल, मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत सिकरा गांव में जिला प्रशासन ने सात निश्चय को लागू करने का निर्णय लिया है. वहीं 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री के आगमन से पहले सात निश्चय जैसे हर घर में शौचालय, हर घर नल का जल, नली एवं गली का निर्माण, गांव को सड़क से जोड़ने एवं हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है. उक्त सभी सात निश्चय को सिकरा गांव में लागू करते हुए वहां युद्धस्तर पर कार्य को शुरू कर दिया गया है.
गांव को खुले में शौचमुक्त घोषित करने के लिए हर घर में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है और 135 घरों के सिकरा गांव में लगभग आधे से ज्यादा घरों में शौचालय का निर्माण भी हो चुका है. हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाया जा रहा है. वहीं नल भी लगाने का काम तेजी से चल रहा है. गांव के गली एवं नली के निर्माण के लिए भी खुदाई एवं ढलाई का काम तेजी से किया जा रहा है. बिजली विभाग भी युद्धस्तर पर गांव में पोल और बिजली के कवर वायर लगाने का काम पूरा कर लिया गया है. गांव के हर घर में बिजली का कनेक्शन दिया जा रहा है. गांव के स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्र के मरम्मती एवं सौंदर्यीकरण का काम अंतिम चरण में है.
सिकरा गांव को सड़क से जोड़नेवाले संपर्क पथ को बनाने का काम भी रात-दिन कर युद्धस्तर पर किया जा रहा है. गांव में सात निश्चय को लागू कर मुख्यमंत्री के आने से पहले सात निश्चय को पूर्ण करने का टारगेट डीएम द्वारा दिया गया है. बुधवार को इसी का निरीक्षण करने डीएम, एसपी सहित वरीय अधिकारी उक्त गांव में पहुंचे. डीएम ने नाली, शौचालय , नल लगाने से लेकर गली निर्माण तक के कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया और स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि सभी काम निर्धारित समयसीमा के अंदर निर्धारित मानक के अनुरूप पूर्ण होना चाहिए. उन्होंने पाइप लाइन से लेकर नाली निर्माण की क्वालिटी की भी जांच की है. डीएम ने अभियंता सहित गांव के मुखिया एवं वार्ड सदस्य को हिदायत दिया कि जल्दबाजी में काम के क्वालिटी के साथ समझौता नहीं होना चाहिए नहीं तो दोषी किसी भी अधिकारी या कर्मी को बख्शा नहीं जायेगा.
इधर, गांव की बदलती तसवीर को देख ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी दिखी. ग्रामीणों ने डीएम से कई तरह की मांगें रखीं. डीएम ने उनकी बातें गौर से सुनीं और सभी को भरोसा दिया कि सभी के घरों में नल का पानी एवं नाली से जोड़ने के साथ-साथ शौचालय, बिजली एवं गली निर्माण के कार्य को हर हाल में किया जायेगा. आप धैर्य रख कर काम को अपने निगरानी में करवाये. गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिकरा गांव कापी पिछड़ा हुआ गांव है. 135 घर के इस गांव में अधिकतर मकान मिट्टी के हैं. मुख्यमंत्री के सात निश्चय लागू होने से पहले उक्त गांव को सड़क से जोड़ने के लिए न संपर्क पथ का निर्माण हुआ था और न ही नली गली या शौचालय का निर्माण हुआ था. यही नहीं उस गांव में बिजली भी पूरी तरह से नहीं पहुंच पायी थी, लेकिन एक गांव के लिए जरूरी सभी मुलभूत सुविधाएं एक साथ सरकार द्वारा पहुंचाये जाने पर गांव के ग्रामीणों में गजब की खुशी है. इस दौरान जदयू जिलाध्यक्ष डा. प्रमोद सिंह, चंद्रप्रकाश आर्य, एसडीओ ललन प्रसाद समेत मौजूद रहे.
खलिहान में लगी आग, धान जल कर राख
क्षेत्र के केवां नहर से उत्तर करवंदिया सिवान में खलिहान में आग लगने से धान के सैकड़ों बोझे जल कर राख हो गये. आग लगने के समय खलिहान में कोई भी नहीं था. आनन-फानन इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गयी जिसके बाद दमकल की दो गाड़ियां आयीं लेकिन तब तक सबकुछ स्वाहा हो चुका था. इस इस खलिहान में करवंदिया के अरविंद सिंह, अरुण सिंह, नागेंद्र सिंह व भोला सिंह के धान के बोझे रखे हुए थे. इस अग्निकांड में 80 बीघे के धान के बोझे व 60 बीघे के धान के पुआल के जलने की बात कही जा रही है.अंचलाधिकारी चौधरी मुरली मनोहर प्रसाद राय ने बताया कि आवेदन की प्राप्ति के बाद इस अग्निकांड में हुई क्षति का आकलन किया जायेगा.