कार्रवाई. भभुआ-कुदरा से काफी संख्या में पहुंचे थे अधिकारी व पुलिस
Advertisement
अमिरथा की सरकारी जमीन पर चला बुलडोजर, हटा अतिक्रमण
कार्रवाई. भभुआ-कुदरा से काफी संख्या में पहुंचे थे अधिकारी व पुलिस उच्च न्यायालय के आदेश पर कब्जे से मुक्त करायी गयी जमीन छावनी में तब्दील था अमिरथा गांव पुसौली : स्थानीय अमिरथा गांव में बुधवार को वरीय अधिकारियों एवं भारी पुलिस बल के बिच सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया जिसमें भभुआ से एडीएम दिलीप […]
उच्च न्यायालय के आदेश पर कब्जे से मुक्त करायी गयी जमीन
छावनी में तब्दील था अमिरथा गांव
पुसौली : स्थानीय अमिरथा गांव में बुधवार को वरीय अधिकारियों एवं भारी पुलिस बल के बिच सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया जिसमें भभुआ से एडीएम दिलीप कुमार, प्रभारी डीटीओ शाहनवाज अहमद नियाजी, वरीय उपसमाहर्ता केके उपाध्याय मजिस्ट्रेट एवं कुदरा सीओ चंद्रशेखर सिंह, थानाध्यक्ष रविशंकर, सीआई रामशंकर पाण्डेय के अलावा पुलिस लाइन से भारी संख्या में महिला एवं पुरुष जवान मौजूद थे
जिसकी जानकारी देते हुए सीओ ने बताया कि गांव के ही रामबली मल्लाह ने उच्च न्यायालय में सीडब्लूजेसी परिवाद दायर किया था जिसके आलोक में न्यायालय द्वारा उक्त गांव के खाता 145 प्लाट 925 एवं रकबा 1 एकड़ 30 डिसमिल सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था जिस पर जिलाधिकारी द्वारा आज 19 अक्टूबर को गांव में उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाने को कहा गया था जिस पर एक जेसीबी सहित 20 मजदूर के साथ हटाया गया.
गौरतलब है कि बुधवार को अमिरथा गांव के नदी के पास करीब 50 से अधिक घर कच्चा एवं पक्का बना हुआ था सभी लोग अपना समान पहले से हटा लिए थे जेसीबी से पूरा मकान का दिवार को तोड़ा गया जबकि पहले ही अंचल द्वारा नोटिस घर-घर पर चिपका दिया गया था जिससे कुछ लोग पहले हीं घर को खली कर दिए थे लेकिन, कुछ लोगो का पक्का मकान होने के कारण मजदुर लगा कर ईट एवं छत को तोड़वाया गया जिसमें खुद एडीएम एवं प्रभारी डीटीओ, थानाध्यक्ष अपने सामने मकान को तोड़वाये.
मालूम है कि पहले भी प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया था लेकिन कई बार गांव के लोग अर्थमूवर के सामने लेट कर विरोध कर प्रशासन को वापस लौटने पर मजबूर कर दिये थे जिसको देखते हुए कुदरा थाना के थानाध्यक्ष के अलावा दो अधिकारी एवं पुलिस लाइन से एक बस महिला एवं पुरुष जवान को तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार का परेशानी नहीं हो लेकिन, इस बार किसी द्वारा विरोध नहीं किया गया.
रामबली की मेहनत लायी रंग
अमिरथा गांव के रामबली मल्लाह 2010 में उच्च न्यायालय में परिवाद संख्या 20622/2010 दायर किया था जो गांव के 1 एकड़ 30 डिसमिल सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए दिन रात एक किया था. जानकारी के अनुसार रामबली अपने घर से निकलने के लिए रास्ता के इसी सरकारी जमीन को लेकर विवाद हुआ था जिसमें इसकी पत्नी एवं पुत्री घायल हुई थी
जिसके बाद से रामबली ने सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने का ठान लिया था सबसे अहम बात है कि रामबली काफी गरीब है जो किसी तरह से 6 साल बाद आखिर उसकी मेहनत रंग लाया जिस जमीन से अतिक्रमण बुधवार को हटाया गया. खबर लिखे जाने तक सभी अधिकारी एवं पुलिस जवान अमिरथा में अतिक्रमण हटाने में लगे थे
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement