मोहनिया शहर : शहर के चार वार्डों में नगर पंचायत द्वारा सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जायेगा. इसको लेकर वार्ड चार डड़वा में निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत द्वारा शहर के वार्ड दो, चार, 14 और 16 में खाली पड़ी सरकारी जमीन पर निर्माण कराना है. इससे महादलित लोगों को लाभ मिलेगा. नगर पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार, उक्त सभी चारों वार्डों में लगभग 32 लाख की लागत से सामुदायिक शौचालय का निर्माण होना है.
इसमें एक सामुदायिक शौचालय पर आठ लाख रुपये की लागत आयेगी. एक सामुदायिक शौचालय में आठ शौचालय बनाना है. इसमें पानी टंकी से लेकर सभी व्यवस्था रहेगी. शौचालय निर्माण के बाद जिन महादलित के पास शौचालय निर्माण के लिए जमीन नहीं है, उन्हें चिह्नित कर एक शौचालय दिया जायेगा, जो ताला बंद कर साफ-सफाई से लेकर शौचालय का उपयोग करेंगे. इसमें वार्ड संख्या चार डड़वा में निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है. इसमें दो नंबर के ईंट व कम सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है.
इसको लेकर नगर पंचायत में शिकायत भी की गयी है. गौरतलब है कि सामुदायिक शौचालय निर्माण हो जाने के बाद जिन लोगों के पास शौचालय जमीन के अभाव में नहीं बना है. उसे लाभ मिलेगा. हालांकि, महादलित बस्ती में निर्माण होने के कारण लोगों में खुशी है.
बोले नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि
इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवजी ने बताया कि चार वार्डों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण होना है. वार्ड चार में निर्माण कार्य शुरू हो गया है. यहां निर्माण ठीक से हो इसको लेकर निगरानी भी की जाती है. बाकी तीन वार्डों में भी बहुत जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इससे जिन महादलित लोगों के जमीन के अभाव में शौचालय नहीं है, उनको यह लाभ दिया जायेगा.
नि:शुल्क शौचालय उपयोग की व्यवस्था
मोहनिया शहर के महादलित टोला के चार वार्डों में निर्माण हो रहे सामुदायिक शौचालय लोगों को नि:शुल्क उपयोग के लिए दिया जायेगा. नगर पंचायत द्वारा लोगों को यह जानकारी पहले की जायेगी कि किन-किन लोगों के पास जमीन के अभाव में शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है. उन्हें शौचालय निर्माण के बाद लिखित रूप से दिया जायेगा, जो उपयोग के साथ-साथ शौचालय का देखभाल भी करेंगे. एक सामुदायिक शौचालय में आठ सीट होंगे. यानी, एक वार्ड में केवल आठ परिवारवालों को ही यह लाभ फिलहाल मिलेगा, जो अपने घर के शौचालय की तरह ताला बंद कर इच्छा अनुसार उपयोग करेंगे.
मोहनिया में योजनाओं के चयन और विकास पर लगा ग्रहण
बोले प्रमुख
इस संबंध में प्रखंड प्रमुख रिंकी देवी ने कहा कि नवंबर में मनरेगा की बैठक करायी गयी थी. इसके बाद फिर पंचायत समिति की बैठक कराना चाही, तो विधानसभा उपचुनाव आ गया और आचार संहिता लागू हो गया. तीन अप्रैल को पंचायत समिति की बैठक होगी. उन्होंने माना कि समय पर बैठक नहीं होने से योजनाओं का चयन व विकास बाधित हुआ है.
बोले डीडीसी
इस संबंध में उप विकास आयुक्त कृष्णा प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह पर होनी चाहिए. पंचायत समिति का अध्यक्ष प्रखंड प्रमुख होते हैं. जब वह सचिव को बैठक बुलाने के लिए कहेंगे, तभी बैठक करायी जाती है. लेकिन, इतना लेट क्यों हुआ इस पर बात करुंगा.
बोले उपप्रमुख
इस संबंध में उप प्रमुख प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि अगस्त 2017 में पंचायत समिति की बैठक हुई थी. इसके बाद सात माह बीत गये, अब तक बैठक नहीं बुलायी गयी. हमने कई बार बीडीओ को बैठक बुलाने के लिए कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
प्रमुख कब अपने कार्यालय में मिलेंगी, कहना मुश्किल
लोगों के लिए जितना कठिन भगवान को पाना है. उससे कम कठिन प्रमुख से मिल पाना नहीं है. प्रमुख कब अपने कार्यालय में लोगों को मिल पायेंगी. कह पाना बहुत मुश्किल है. इस मामले को लेकर पूर्व में तीन महिला बीडीसी सदस्यों ने बीडीओ से लिखित शिकायत भी की थी. इसके बाद कुछ दिनों तक प्रमुख कार्यालय में बैठने भी लगी थी. लेकिन, अब फिर पहले वाली स्थिति कायम हो गयी है. शुक्रवार को 11:19 पर जब प्रभात खबर की टीम प्रमुख कार्यालय पहुंची, तो ताला बंद मिला.
हालांकि, कुछ लोग इस बैठक के नहीं होने का कारण हाल ही में हुए भभुआ विधानसभा उपचुनाव को मानते हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि चुनाव तो मार्च में हुआ है. जबकि, पंचायत समिति की बैठक विगत वर्ष के नवंबर माह में ही होनी चाहिए थी, जो नहीं करायी गयी. बैठक समय पर नहीं कराये जाने को लेकर कुछ बीडीसी व मुखिया में काफी नाराजगी भी व्याप्त है. उनकी नाराजगी आगामी पंचायत समिति की बैठक में भी उभर कर सामने आने का कयास लगाया जा रहा है.