भभुआ सदर : ठंडा अब बढ़ रहल बा, नइखे बुझात की अब पेट कैसे चली, सरकारो हमनी पर ध्यान नइखे देत, अब त डीएम साहब चाहिहे त हमनी के ठंडा से बाचे खातिर कौनो उपाय करिहें. अलाव अउर कंबल के व्यवस्था हो जाइत तो हम गरीबन के भी पेट इ ठंडा में पला जाइत. यह […]
भभुआ सदर : ठंडा अब बढ़ रहल बा, नइखे बुझात की अब पेट कैसे चली, सरकारो हमनी पर ध्यान नइखे देत, अब त डीएम साहब चाहिहे त हमनी के ठंडा से बाचे खातिर कौनो उपाय करिहें. अलाव अउर कंबल के व्यवस्था हो जाइत तो हम गरीबन के भी पेट इ ठंडा में पला जाइत. यह कहना था मंगलवार की शाम जबरदस्त ठंड और शीतलहर के बीच शहर में रिक्शा चलाने वाले आंबेडकर नगर के 56 वर्षीय रामसकल राम का
वह अभी-अभी अखलासपुर से सवारी लेकर लौटे थे और एकता चौक पर ठंड से जमे हाथों और पैरों को कूड़ा जला कर गरम करने का प्रयास कर रहे थे. ऐसी स्थिति का सामना एक अकेले राम सकल ही नहीं कर रहे. बल्कि, शहर में सैकड़ों ऐसे रिक्शा, ठेला चालकों सहित आश्रयविहीन गरीब लोग ठंड से परेशान हैं, जिनका कोई ठौर-ठिकाना नहीं है
संसाधनों के अभाव से ग्रस्त लोगों के लिए तेजी से बढ़ रही यह कड़ाके की ठंड मुश्किलें ही लेकर आती हैं. लेकिन, प्रशासन की तरफ से या फिर नगर पर्षद की ओर से शहर में अलाव जलाने की व्यवस्था अब तक शुरू नहीं हो सकी है. ऐसे में गरीब लोग जिनके पास सिर छुपाने के लिए छत भी मयस्सर नहीं है. तन ढ़कने के लिए कपड़े नहीं है,
उनके लिए फौरी तौर पर अलाव और कंबल की नितांत आवश्यकता होती है. लेकिन, प्रशासनिक स्तर पर चाहे वह जिला आपदा विभाग हो या नगर पर्षद या स्वास्थ्य विभाग हो कहीं से भी फिलहाल गरीबों को राहत प्रदान करनेवाली उम्मीद की किरण नजर नहीं आ रही है. वह भी तब जबकि राज्य सरकार के स्तर पर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जिले में अलाव और कंबल की तत्काल व्यवस्था के लिए राशि भी एक माह पहले ही जारी कर चुकी है.
पछुआ हवा की कहर क्षेत्र में ठंड ने दस्तक तो पहले ही दे दी थी. मगर, पछुआ हवाओं के चलते अब पारा काफी नीचे आ चुका है. ऊपर से पिछले तीन दिनों से सूर्यदेव के दर्शन में भी कोई खास जोर नजर नहीं आ रही है. शहर सहित पूरे जिले में रात और दिन के तापमान में प्रतिदिन गिरावट दर्ज की जा रही है.
सोमवार को तो रात का तापमान इस बार सबसे ठंडी रात के रूप में न्यूनतम 09 डिग्री सेल्सियस पर लुढ़क गया. वहीं, मंगलवार को भी शहर का पारा अधिकतम 21 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री पर रहा. मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस प्रकार का मौसम अभी इस महीने और नये साल के जनवरी महीने तक अपना असर दिखायेगा और लोगों को ठंड से निजात नहीं मिलेगी.