भभुआ सदर : इन दिनों गरमी जा रही है और सुबह व रात के समय ठंड आ रही है. ऐसे मौसम में वातावरण में नमी होती है. इसलिए उसमें कई तरह के कीटाणु या वैक्टिरिया पनपने लगते हैं, जो कई प्रकार की बीमारियों की वजह भी बनते हैं. इसलिए इस बदल रहे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत होती है. खास कर बच्चों का खास ध्यान रखने की जरूरत है.
बदलते मौसम के मद्देनजर खाने को अच्छी तरह से ढक कर रखें, जिससे बाहरी प्रदूषण के साथ ही उसे मक्खी-मच्छरों से भी बचाया जा सके. ज्यादातर बीमारियों के फैलने का कारण मक्खी-मच्छर ही होते हैं. सदर अस्पताल के डॉ विनय कुमार तिवारी बताते हैं कि बासी खाना इस मौसम में सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदेह होता है. यह मौसम वायरल बुखार सहित सर्दी खांसी का होता है, अगर आप डायबिटीज के शिकार हैं या टीबी से पीड़ित हैं, तो आप भी इस वायरल के प्रभाव में आ सकते हैं. क्योंकि, इस मौसम के वायरस कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमतावालों पर अपना असर छोड़ने में सफल हो जाते हैं.
सावधानियां न बरती जाएं और बुखार लगातार जारी रहे, तो निमोनिया या फेफड़े में संक्रमण की समस्या हो सकती है. इस मौसम में थोड़ी गरमी बढ़ने के साथ ही लोग कई बार फ्रिज के पानी का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं, जो खतरनाक हो सकता है. इससे गला तो खराब हो ही सकता है. सर्दी-खांसी की समस्या भी हो सकती है. जितना हो सके फलों और सलाद का इस्तेमाल करें. इम्यूनिटी बढ़ानेवाली चीजों को खाना इस मौसम में ज्यादा अच्छा रहेगा.
खानपान में बरतें सावधानी
इस मौसम में खानपान में सावधानी बरतने की खास आवश्यकता होती है. क्योंकि, इस समय बीमारियों के फैलने की आशंका सबसे ज्यादा होती है, जितना संभव हो सके, ताजा भोजन करें.
इन बातों पर दें ध्यान
अदरक, तुलसी और काली मिर्च वाली एक कप गरम चाय भी सर्दी से राहत पाने का असरदार घरेलू उपाय है. सूप में लहसुन की कलियों को उबाल कर पीने से भी सर्दी-जुकाम में शीघ्र लाभ मिलता है. इस मौसम में डायबिटीज से पीड़ित रोगियों को खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है. शुगर से परहेज करें और दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें अन्यथा आपको अटैक पड़ सकता है. यह अटैक ब्रेन का भी हो सकता है और हार्ट का भी. इसके अलावे गरम पानी जरूर पिये. क्योंकि, इस मौसम में कई अंदरूनी समस्याएं जैसे हाजमे का खराब होना आदि लगी रहती हैं. इसके लिए गरम पानी बहुत फायदेमंद साबित होता है. अगर चाहे तो आप ग्रीन टी भी पी सकते हैं. ग्रीन टी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है.
अस्थमा रोगी बरतें ज्यादा सावधानी
ठंड की शुरुआत वाले इस मौसम में अस्थमा के रोगियों की समस्या और अधिक बढ़ जाने की संभावना रहती है. वहीं, प्रदूषण, धूल, सिगरेट का धुआं, पालतू जानवरों के बाल आदि भी नुकसानदेह साबित होते हैं. आपके बगीचे में खिले फूलों के परागकण भी आपके लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं. इसलिए डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं नियमित रूप से लें. वहीं, बदलते मौसम में अगर आपको खांसी हो रही है, तो खांसते समय मुंह पर रूमाल जरूर रखें, ताकि सामनेवाला संक्रमित न हो. सामने कोई दूसरा व्यक्ति खांस रहा है, तो भी अपने मुंह पर रूमाल रख लें. बस सहित सवारी वाहनों में सफर के दौरान मुंह पर मास्क लगा कर चलें. खाने से पहले हाथ अच्छी तरह जरूर साफ करें. हो सके तो अपने बैग में सेनेटाइजर रखें.