रामगढ़ : दुर्गावती व कर्मनाशा नदी से घिरा आंटडीह गांव कई वर्षों से सड़क विहीन है. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सोमवार को जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह ने बाढ़ग्रस्त इलाके के गांव आंटडीह पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. गौरतलब है कि पिछले साल बरसात के समय आंटडीह गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिर गया था. करीब 20 दिनों तक लोगों का मुख्य सड़क से उनका संपर्क टूट गया था.
पानी से घिरे होने से लोगों में त्राहिमाम मच गया था. उक्त गांव में अधिकारियों की टीम कैंप की थी. कैंप में बेघर लोगों को प्रशासन की देखरेख में भोजन दिया जाता था. बाढ़ की पानी से फिर इस वर्ष न हो इस उद्देश्य को लेकर जिलाधिकारी आंटडीह गांव पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्या सुनी. डीएम ने बरसात के समय इस गांव का संपर्क दोबारा भंग न हो इसको लेकर लगभग दो घंटे तक ग्रामीणों से बातचीत की. किन कारणों से रास्ता नहीं है उन्होंने काफी बारीकी पूर्वक जायजा लिया. इस दौरान विधायक अशोक अशोक सिंह ने जिलाधिकारी को ध्यान आकृष्ट कराया और कहा कि रैयतों भूमि होने की वजह से यहां सड़क निर्माण में समस्या उत्पन्न हो रही है. दुर्गावती व कर्मनाशा नदी के तट पर ये गांव बसा हुआ है. बरसात में यहां के ग्रामीण काफी जिल्लत भरी जिंदगी गुजारने को विवश होते हैं.
जिलाधिकारी ने जब गांव के जमीन वालों से वार्ता की, तो वे रास्ता के लिए जमीन देने पर राजी हो गये. जिलाधिकारी ने कहा कि जिन रैयतों का जमीन रास्ते के लिए ली जायेगी, उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जायेगा. उन्होंने सीओ बासुकी नाथ सिंह को निर्देश दिया की आप रास्ते में जिन रैयतों की भूमि पड़ती है, उनको बातचीत कर राजी करने की बात कही. ताकि जल्द रास्ते का निर्माण कराया जा सके.