जहानाबाद,सदर : बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के जिला इकाई की बैठक एटक के कार्यालय में संपन्न हुई. जिसकी अध्यक्षता यूनियन के जिलाध्यक्ष चंद्रमणि प्रसाद ने की. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक मुख्यमंत्री हम लोगों से वार्ता कर मांग पूरी नहीं करते हैं तब तक हड़ताल पर डटे रहेंगे. बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को सरकारी कर्मी घोषित करने, सेविका को 7000 एवं सहायिका को 4500 मानदेय देने,
बकाया मानदेय का भुगतान शीघ्र करने आंगनबाड़ी को, सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा 60 से 65 वर्ष करने तथा 60 वर्ष में हटाने की कार्रवाई पर रोक लगाने, सेवानिवृत्त होने पर पांच लाख रुपये देने तथा प्रति माह पांच हजार रुपये पेंशन देने, हड़ताल अवधि का मानदेय न काटकर कार्य में समायोजन करने, जब तक सरकारी दर्जा नहीं मिलता चुनाव लड़ने तथा अन्य तरह से सुविधाओं पर से रोक हटे, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका को भी समान मानदेय राशि व अन्य सुविधा देने, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की मार्गदशिका में नियमानुकुल आवश्यक संशोधन किया जाये, श्रम कानून में संशोधन, निजीकरण, उदारीकरण, ठेका प्रथा, मानदेय प्रथा पर रोक लगायी जाये,
सेविका को सुपरवाइजर एवं सहायिका को सेविका के पद पर प्रमोशन दिया जाये तथा उम्र सीमा समाप्त किया जाये तथा आइसीडीएम का किसी तरह निजीकरण नहीं किया जायं की मांग की. ज्ञात हो कि इन्हीं मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका विगत 22 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. बैठक में इंगल कुमारी,प्रभार कुमारी, राधा देवी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.