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मसौढ़ी में दादा ने पोते को मार डाला, मामला दर्ज, आरोपित फरार

मसौढ़ी : सोमवार होली की शाम मसौढ़ी थाना के रेवां मुसहरी में सुअर की मांस बांटने को लेकर हुए विवाद के बाद दादा ने सुअरभोकनी से गोद अपने 45 वर्षीय पोते की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया. घटना के कुछ देर पहले तक होली पर्व को लेकर पूरे उल्लास में होली […]

मसौढ़ी : सोमवार होली की शाम मसौढ़ी थाना के रेवां मुसहरी में सुअर की मांस बांटने को लेकर हुए विवाद के बाद दादा ने सुअरभोकनी से गोद अपने 45 वर्षीय पोते की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया.
घटना के कुछ देर पहले तक होली पर्व को लेकर पूरे उल्लास में होली का पर्व मना रहा पूरा गांव स्तंभ रह गया और लोग मातम में डूब गये. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर थाने ले आयी, मंगलवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया. इस संबंध में मृतक जामुन मांझी के पुत्र 45 वर्षीय सुरेन मांझी के बड़ा पुत्र रंजीत कुमार ने अपने चचेरे दादा बुधु मांझी के पुत्र गोरख मांझी के खिलाफ अपने पिता की हत्या सुअरभोकनी से गोद कर करने का मामला दर्ज कराया है. इधर घटना के बाद से ही आरोपित गोरख मांझी फरार बताया जाता है. हालांकि उसके तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही थी .
जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह होली पर्व को लेकर रेवां मुसहरी में सामूहिक सुअर को मारा गया था और इसके मांस को गांव के लोगों के बीच परिवार के कुल सदस्यों की संख्या के हिसाब से बांटी जा रही थी. इसी बीच गोरख मांझी ने सुरेन मांझी जो लोगों के बीच मांस का वितरण कर रहा था, उससे आकर बोला कि मेरे हिस्से का मांस पहले दे दो. सुरेन द्वारा कहा गया कि पहले जो आये है उन्हे दे देने दिजिये आपको भी दे देते है.
आरोप है कि इसी बात को लेकर शराब के नशे में धुत गोरख मांझी सुरेन जो उसका चचेरा पोता है उससे उलझ गया और मारपीट पर उतारू हो गया. उस वक्त वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच बचाव कर मामले को सलटा दिया. इधर इससे खफा गोरख मांझी कुछ देर बाद जाकर एकबार फिर सुरेन से उलझ गया और इसी दौरान उसने पास में रखे सुअरभोकनी (लोहे का बना नुकीला ) उसके पेट में सीधा गोद डाला, जिससे वह लोहे का औजार उसके पेट को आरपार कर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी .
मृतक की बच सकती थी जान
मृतक सुरेन मांझी की जान बच सकती थी, लेकिन गोरख मांझी द्वारा गोदे गये उक्त लोहे के औजार जिसके आगे का भाग त्रिशुल के आकर का बना था, उस लोहे को मृतक की पत्नी कारी देवी इस आशा में खींच कर पेट से बाहर निकाल दी कि शायद इससे उसके पति का जान बच जाये, लेकिन उसकी यह होशियारी ने उसकी सोच पर पानी फेर दिया.
लोहे को खींचते ही सोरेन का पेट के अंदर नाजुक चीजे उस लोहे के साथ बाहर आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी .मृतक मजदूरी कर अपने परिवार की करता था परवरिश : मृतक सुरेन मांझी मजदूरी करता था और उससे प्राप्त पैसे से अपने परिवार का परवरिश करता था .मृतक को दो पुत्र व दो पुत्री है. उसका बड़ा पुत्र रंजीत कुमार इसी वर्ष माध्यमिक बोर्ड की परीक्षा दी है.
रंजीत को उसने बड़े अरमान से शिक्षा दिला रहा था. लेकिन उसकी हत्या से रंजीत काफी मर्माहत हो बार बार यही कह रहा था कि अब हम केकरा लागी पढ़बो हो बाबुजी .

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