जागरूकता के अभाव में जिले में बढ़ रही एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या
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जिले में 384 हैं एचआइवी पॉजिटिव मरीज
जागरूकता के अभाव में जिले में बढ़ रही एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या एआरटी सेंटर गया में होता है इन मरीजों का इलाज 2015 में 24 थे पॉजिटिव वहीं 2016 में इनकी संख्या बढ़कर हो गयी 34 जहानाबाद नगर : जागरूकता के अभाव के कारण इस वर्ष एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 10 का […]
एआरटी सेंटर गया में होता है इन मरीजों का इलाज
2015 में 24 थे पॉजिटिव वहीं 2016 में इनकी संख्या बढ़कर हो गयी 34
जहानाबाद नगर : जागरूकता के अभाव के कारण इस वर्ष एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 10 का इजाफा हुआ है. वर्ष 2015 में जहां जिले में 24 एचआइवी पॉजिटिव मरीज मिले थे वहीं 2016 में इनकी संख्या बढ़कर 34 हो गयी है. जिले में पिछले वर्ष तक 350 एचआइवी पॉजिटिव मरीज थे जो अब बढ़ कर 384 हो गये हैं. इन मरीजों को इलाज के लिए एआरटी सेंटर गया भेजा जाता है जिले में एचआइवी जांच की व्यवस्था तो है, लेकिन मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में आइसीटीसी सेंटर में जांच कराने के लिए आने वाले मरीज अगर एचआइवी पॉजिटिव पाये जाते हैं तो उन्हें एआरटी सेंटर गया भेज दिया जाता है.
वहीं उनका इलाज होता है. जिले में एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा का मुख्य कारण जागरूकता का अभाव बताया जाता है. लोग इस रोग के प्रति जागरूक नहीं हो रहे हैं, जिस कारण वह इसका शिकार होते जा रहे हैं. हालांकि अब एचआइवी पॉजिटिव मरीजों के इलाज की व्यवस्था जिले में भी होने वाली है. शीघ्र ही जिले में एआरटी सेंटर खुलने वाला है इसके बाद मरीजों को इलाज के लिए गया या पटना जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
प्रतिदिन सौ मरीजों की होती है जांच : सदर अस्पताल स्थित आइसीटीसी सेंटर में प्रतिदिन सौ के करीब मरीज जांच कराने आते हैं. इसमें अधिकांश वैसे मरीज होते हैं जिन्हें किसी प्रकार का ऑपरेशन कराना होता है. वहीं आम लोग भी यहां जांच कराने पहुंचते हैं, ताकि उन्हें पता चल सके कि वह एचआइवी पॉजिटिव तो नहीं हैं. हालांकि इनमें से इक्का-दुक्का मरीज ही एचआइवी पॉजिटिव निकलते हैं. सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक खांसी से पीड़ित मरीजों तथा ऑपरेशन के लिए आये मरीजों को विशेष रूप से एचआइवी की जांच कराते हैं.
अब जिले में होगी मरीजों की जांच
क्या है कारण
असुरक्षित यौन संबंध बनाने से
संक्रमित खून चढ़ाने से
संक्रमित इंजेक्शन लगवाने से
एचआइवी पॉजिटिव मां होने पर बच्चे भी हो सकते हैं पॉजिटिव
क्या है उपाय
पत्नी के साथ वफादार रहना
कंडोम का उपयोग करना
इन तरीकों से एचआइवी पॉजिटिव होने से बचा जा सकता है.
सुरक्षा अपनाना जरूरी
एचआइवी से घबराने की जरूरत नहीं है. अब सेकेंड एवं थर्ड लाइन की दवा उपलब्ध हो गयी है, जिससे सामान्य व्यक्ति की तरह एचआइवी पॉजिटिव मरीज भी अपना जीवन गुजार सकता है. हालांकि इससे बचने के लिए सुरक्षा अपनाना जरूरी है.
डॉ विजय कुमार सिन्हा
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