खुलासा. – नोआवां गांव में छात्र की अगवा कर हत्या के मामले का पुलिस ने किया खुलासा
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मर्डर के बाद पिता से मांगी थी 25 लाख की फिरौती
खुलासा. – नोआवां गांव में छात्र की अगवा कर हत्या के मामले का पुलिस ने किया खुलासा जहानाबाद : जिले के शकुराबाद थाना क्षेत्र के नोआवां गांव के निवासी गनौरी साव के 11 वर्षीय पुत्र और सातवीं कक्षा में पढ़नेवाले छात्र ओमप्रकाश गुप्ता की गुमशुदगी के मामले का पूरी तरह खुलासा हो गया है. उक्त […]
जहानाबाद : जिले के शकुराबाद थाना क्षेत्र के नोआवां गांव के निवासी गनौरी साव के 11 वर्षीय पुत्र और सातवीं कक्षा में पढ़नेवाले छात्र ओमप्रकाश गुप्ता की गुमशुदगी के मामले का पूरी तरह खुलासा हो गया है. उक्त मासूम छात्र को गांव के ही निवासी शातिर अपराधियों के एक गिरोह ने 21 अगस्त को अगवा किया था और उसी रात नृशंस तरीके से उसे मार डाला था. अपराधियों ने हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया था और इसके बावजूद कई दिनों तक मोबाइल फोन से छात्र के पिता गनौरी साव से 25 लाख रुपये फिरौती की मांग करता था.
लेकिन, अंतत: पुलिस की कार्रवाई में अपराधियों के गिरोह का खुलासा हो गया. नोआवां गांव के ही निवासी चार लोगों ने मिल कर उक्त घटना को अंजाम दिया था. इनमें दो लोग पकड़े गये हैं. गिरफ्तार राजीव कुमार उर्फ गोलू उर्फ समीत गांव के ही निवासी शिवशंकर शर्मा का बेटा है. वह इस घटना का मास्टरमाइंड है. दृश्यम फिल्म देखने के बाद उसने उसी तर्ज पर उक्त घटना को अंजाम देने की योजना बनायी थी, लेकिन अंतत: वह पकड़ा गया. उसने पुलिस के समक्ष अपना अपराध भी कबूल किया है और घटना में शामिल लोगों के नाम पुलिस को बताये हैं. इस घटना में संलिप्त गिरफ्तार शशिरंजन उर्फ भोपाली भी नोआवां का ही रहनेवाला है.
वह अमरेंद्र शर्मा उर्फ रामदास शर्मा का पुत्र है. नौवीं क्लास में पढ़नेवाला भोपाली मृत छात्र ओमप्रकाश का दोस्त था. उसने साजिश के तहत अपने दोस्त के साथ दगाबाजी की और उसे खेल-खेल का बहाना बनाते हुए अपराधियों के बताये एक जर्जर मकान में उसे पहुंचा दिया था. एसपी आदित्य कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी. इस कांड का खुलासा करने में एएसपी अभियान अनिल कुमार सिंह, एएसपी संजय कुमार, एसडीपीओ असफाक अंसारी एवं शकुराबाद के थानाध्यक्ष रवींद्र यादव ने अहम भूमिका निभायी. एसपी ने बताया कि नोआवां गांव से 25 परिवार ऐसे हैं जो अपराधी गिरोह के भय से गांव छोड़ कर पलायन कर गये हैं. किसी को डरा-धमका कर, किसी को पीट कर और अन्य तरह से प्रताड़ित कर गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया.
सातवीं कक्षा में पढ़ता था 11 वर्षीय छात्र ओमप्रकाश
पाइप व्यवसायी से भी मांगी थी रंगदारी
इस मामले में यह भी उद्भेदन हुआ है कि उक्त अपराधियों के द्वारा पटना में रहनेवाला सौरभ कुमार के साथ मिल कर जहानाबाद शहर के एक चर्चित पाइप व्यवसायी से भी पांच लाख रुपये की रंगदारी पूर्व में भी मांगी गयी थी. इस संबंध में नगर थाना में कांड संख्या 317/16 दर्ज है. एसपी ने यह भी बताया कि गिरफ्तार मास्टरमाइंड (सरगना) राजीव उर्फ गोलू के पिता एवं भाई हत्या के कांड में आरोपित रहे हैं तथा अभियुक्त गोलू भी शकुराबाद कांड संख्या 97/14 के मामले में जेल जा चुका है.
मास्टरमाइंड सहित दो गिरफ्तार, अन्य के लिए हो रही है छापेमारी
दृश्यम फिल्म देखने के बाद सरगना ने बनायी थी योजना
21 अगस्त को ही कर दी गयी थी हत्या
उक्त छात्र 21 अगस्त को गांव से लापता हो गया था. इस संबंध में शकुराबाद थाने में 24 अगस्त को गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ था. इस छात्र के लापता होने के बाद अपराधियों के द्वारा 25 लाख रुपये फिरौती की मांग छात्र के पिता से की गयी थी. घटना की गंभीरता को लेते हुए एसपी आदित्य कुमार ने उक्त पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में दो विशेष अनुसंधान दल का गठन किया था. अनुसंधान के क्रम में तकनीकी साक्ष्य के आधार पर घटना में प्रयोग किये गये चार मोबाइल फोन, सिम, अपहृत की चप्पल एवं कुछ अन्य सामग्री बरामद की थी और पाया था कि चार लोगों ने मिल कर ओमप्रकाश को अगवा की रात यानी 21 अगस्त को ही नृशंस तरीके से मार डाला था.
गिरफ्तार मास्टरमाइंड ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि अपहरण की घटना के बाद रात में ओमप्रकाश को नदी में डूबो-डूबो कर मार डाला था और इसके बाद पैशाचिक तरीके से धारदार हथियार से उसका पेट चीर-फाड़ कर गायब कर दिया था. बताया गया है कि छात्र के शव को अपराधियों ने नदी में बहा साक्ष्य को नष्ट कर दिया. इस सिलसिले में पुलिस के द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किये जा रहे हैं. घटनास्थल से पुलिस ने बियर की खाली बोतल, सिगरेट, बिस्कुट का रैपर और अपहृत की चप्पल बरामद की है.
गिरफ्तार अपराधी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते एसपी आदित्य कुमार.
मोबाइल फोन से मांगता था 25 लाख की फिरौती
हत्या कर दिये जाने के बाद रुपये ऐंठने के लिए सरगना राजीव उर्फ गोलू मोबाइल फोन से मृत छात्र के पिता गनौरी साव से 25 लाख रुपये फिरौती मांगता था. अपराधी अपनी आवाज बदल कर फोन करता था और बच्चे की रोने की आवाज मृतक छात्र के परिजनों को सुनाता था ताकि लोगों को यह विश्वास हो कि उसका बेटा जीवित है. जब यह मामला एसपी के संज्ञान में आया तो वरिष्ठ अधिकारियों की दो टीम बनायी गयी. योजना के तहत 14 सितंबर को अपराधियों को पैसे देने के लिए शहर के राजाबाजार के इलाके में बुलाया गया था,
लेकिन उस दिन अपराधियों का गिरोह पुलिस की भनक पाकर भाग निकला था. इसके बाद पुलिस ने मिले सुराग के आधार पर कार्रवाई करते हुए पटना से आने के क्रम में सरगना गोलू को गिरफ्तार किया. इसके बाद नोआवां से शशिरंजन उर्फ भोपाली की गिरफ्तारी हुई. दो अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
जीआरपी के अधिकारी के भतीजे से खरीदे थे चोरी के चार मोबाइल
सरगना गोलू ने उक्त हत्याकांड में जिस चार मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था वह पटना जीआरपी के एक अधिकारी के भतीजा सौरभ कुमार से खरीदा था. एसपी ने बताया कि सौरभ चोरी की मोबाइल फोन बेचता था और जो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं वे सभी पीएमसीएच के डाॅक्टरों से चुराये गये थे. अनुसंधान के क्रम में इस मामले का खुलासा हुआ है.
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