बाढ़ संकट . जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त, लोगों का घरों से निकलना हुआ मुश्किल
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शहर के नये इलाके में फैला बाढ़ का पानी
बाढ़ संकट . जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त, लोगों का घरों से निकलना हुआ मुश्किल िनजामउद्दीनपुर के समीप बने दरधा पुल के नीचे बाढ़ का पानी . पुनपुन नदी खतरे के निशान से 130 सेंटीमीटर ऊपर दरधा, यमुनइया तथा पुनपुन नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि जहानाबाद नगर : बाढ़ की विभिषिका से […]
िनजामउद्दीनपुर के समीप बने दरधा पुल के नीचे बाढ़ का पानी .
पुनपुन नदी खतरे के निशान से 130 सेंटीमीटर ऊपर
दरधा, यमुनइया तथा पुनपुन नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि
जहानाबाद नगर : बाढ़ की विभिषिका से जूझ रहे लोगों की परेशानी गुरुवार को और बढ़ गयी. दरधा तथा यमुनइया नदी के जल स्तर में वृद्धि होने के कारण शहर के नये इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बाढ़ के कारण कई मुहल्ले के लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है. शहर के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं जिले के मखदुमपुर, काको, रतनी तथा सदर प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है. शहरी क्षेत्र के देवरिया, बारा, जाफरगंज, आंबेडकर नगर, श्याम नगर, काको प्रखंड के शेखपुरा, पिंजौरा,
रतनी फरीदपुर प्रखंड के श्रीबिगहा, मखदुमपुर प्रखंड के कलानौर, सुगांव, टेहटा, सहित दर्जनों गांव बाढ़ से प्रभावित हो गया है. इन गांवों के लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. वहीं किंजर से होकर गुजरने वाली पुनपुन नदी भी खतरे के निशान से 130 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. केंद्रीय जल आयोग कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जल स्तर में वृद्धि लगातार जारी है. बाढ़ के कारण जहां लोगों को घरों से निकलने में परेशानी हो रही है
वहीं उन्हें गुरुवार को पूरे दिन बिजली संकट से भी जूझना पड़ा. बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण बाढ़ के बीच लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ा. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा बाढ़पीड़ितों के सहायतार्थ आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं लेकिन वह ऊंट के मूंह में जीरा के समान साबित हो रहा है. शहरी क्षेत्र के कई इलाके बाढ़ के पानी से पूरी तरह डूब गया है. निचले इलाके में रहने वाले लोग तो घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर शरण ले रहे हैं.
वहीं अन्य इलाके के लोग भी छतों पर रात गुजार रहे हैं. ग्रांउड फ्लोर में पानी भर जाने के कारण लोग छतों पर ही शरण लिए हैं. इधर मखदुमपुर प्रखंड में बाढ़ का पानी घटने लगा है. लेकिन लोगों की समस्याएं जस की तस बनी है. बाढ़ के कारण मखदुमपुर बाजार पूरी तरह बंद रहा. इक्का -दुक्का दुकानें खुली भी लेकिन सन्नाटा पसरा रहा. ग्रामीण इलाके से प्रखंड मुख्यालय का संपर्क टूटा रहने के कारण लोग बाजार नहीं पहुंच पाये.
बाढ़ के कारण सड़कों पर पानी भरा रहने के कारण वाहनों का परिचालन भी बंद रहा. प्रखंड क्षेत्र के पाईबिगहा रोड सागरपुर रोड, नवाबगंज रोड, धराउत, विशुनगंज बाजार, ढोढा कुर्था आदि की ओर से आने वाली सड़कों की ओर पानी भरा रहने के कारण इन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. बाढ़ के कारण टेहटा बाजार के निचले हिस्सों में करीब चार फूट पानी भर गया है. एसडीआरएफ की टीम द्वारा बाढ़ में फंसे कई लोगों को नाव से सुरक्षित निकाला गया. वहीं सुगांव के पास बने पुल को बांस से घेरा गया है.
प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ की विभिषिका को देखते हुए जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के साथ ही अन्य पदाधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा कर राहत कार्य में लगे अधिकारियों को बाढ़पीड़ितों को राहत शीघ्र पहुंचाने का निर्देश दिया. जिला प्रशासन द्वारा सुगांव, कलानौर, टेहटा आदि में राहत शिविर लगाकर बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाया जा रहा है.
पशु चारा का किया गया वितरण:
पशुपालकों के बीच पशु चारा का वितरण किया गया. अनुमंडल पदाधिकारी डाॅ. नवल किशोर चौधरी की उपस्थिति में पशुपालन पदाधिकारी डाॅ. रविकांत द्वारा पशुपालकों के बीच 15 क्विंटल चारा का वितरण किया गया. प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ आने के कारण पशुपालकों के समक्ष चारे का संकट उत्पन्न हो गया है. इसे देखते हुए प्रशासन द्वारा पशुपालकों के बीच चारा का वितरण कराया गया.
तीन सब स्टेशन ठप :बाढ़ के कारण मखदुमपुर प्रखंड क्षेत्र के तीन सब स्टेशन से विद्युत आपूर्ति ठप हो गया है. बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के कारण विद्युत सब स्टेशन का चैनल बाढ़ में डूब गया है. जिसके कारण आपूर्ति बंद कर दी गयी है. प्रखंड क्षेत्र के टेहटा, ढोढा,माकपा, विद्युत सब स्टेशन को बाढ़ के कारण बंद कर दिया गया है. जिसके कारण आधे प्रखंड क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है.
रोक के बावजूद बाढ़ के पानी में डुबकी लगा रहे युवक :जिला प्रशासन द्वारा जिले में आयी बाढ़ को देखते हुए लोगों को सतर्कता बरतने का आह्वान किया गया है.
साथ ही निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा गया है. बाढ़ की विभिषिका को देखते हुए लोगों को गहरे पानी से दूर रहने का आह्वान जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. बावजूद इसके युवाओं की टोली गहरे पानी में कूद उसका आनंद उठा रहे हैं. शहर के संगम घाट, अलगना मोड़, गोरक्षणी पुल आदि के समीप दर्जनों की संख्या में युवा बाढ़ के पानी में कूदते देखे गये.
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