13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बगैर रजस्ट्रिेशन के चल रहे कई निजी वद्यिालय

बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे कई निजी विद्यालय विभागीय अधिकारी साधे हैं चुप्पी कुर्था (अरवल) . स्थानीय क्षेत्रों में इन दिनों सरकारी नियमों को ताक पर बगैर रजिस्ट्रेशन के कुर्था प्रखंड क्षेत्र में कई निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं. बावजूद विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे हैं. एक तरफ लाखों रुपये राजस्व की क्षति […]

बगैर रजिस्ट्रेशन के चल रहे कई निजी विद्यालय विभागीय अधिकारी साधे हैं चुप्पी कुर्था (अरवल) . स्थानीय क्षेत्रों में इन दिनों सरकारी नियमों को ताक पर बगैर रजिस्ट्रेशन के कुर्था प्रखंड क्षेत्र में कई निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं. बावजूद विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे हैं. एक तरफ लाखों रुपये राजस्व की क्षति हो ही रही है, तो दूसरी तरफ निजी विद्यालयों के संचालक अभिभावकों की जेब खाली करने में लगे हैं. चूंकी निजी विद्यालयों में अपनी पुस्तकें, अपना ड्रेस, अपना टाई-बेल्ट मानों विद्यालय नहीं जेनरल स्टोर चल रहा हो, जिन्हें किताब से लेकर ड्रेस, बेल्ट, जूता, टाई सभी में विद्यालय संचालक की कमीशन बंधा होता है. इस विद्यालय संबंधित पुस्तकें, ड्रेस टाई चाहे जिस दुकान में बिके कमिशन उनके पास पहुंच ही जाता है. वहां अभिभावक अपने -अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई दिलाने के नाम पर अनवरत ठगे जा रहे हैं. इस बाबत कुर्था निवासी संजय कुमार ने बताया कि निजी विद्यालयों इन दिनों अभिभावकों का मानो शोषण का अड़डा साबित हो रहा है. जिसमंे अभिभावक बच्चों के भविष्य के फेर में आये दिन पिस रहे हैं. वहीं, गृहिणी मंजू देवी ने बताया कि निजी विद्यालय में अभिभावकों का शोषण किया जाता है. इस महंगाई में बच्चों को निजी विद्यालयों में पढ़ाना काफी कठिन होता जा रहा है. वहीं, नीरज कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में मानों निजी विद्यालय के संचालकों को निजी विद्यालय दुधारू गाय साबित हो रहा है. वहीं, अभिभावक इस महंगाई के दौर में कंगाल होते जा रहे हैं. जदयू के युवा जिलाध्यक्ष सुजीत चंद्रवंशी ने बताया कि निजी विद्यालय के संचालन से लाखों रुपये राजस्व का चुना तो लग ही रहा है, दूसरी तरफ अभिभावक भी कंगाल दिख रहे हैं, वहीं जिलाध्यक्ष मो चांद मल्लिक ने कहा कि इस महंगाई के दौर में निजी विद्यालय के संचालक मालामाल व अभिभावक कंगाल होते दिख रहे हैं. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नसीम अख्तर ने बताया कि सभी निजी विद्यालयों की लिस्ट जिले के आला अधिकारियों के पास भेजी गयी है. सभी विद्यालयों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा गया है .अगर नये वर्ष में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते हैं, तो निजी विद्यालय के संचालकों पर कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क साधना चाहा, तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें