जहानाबाद : बिजली की आंख-मिचौनी के बीच इसके जानलेवा पहलू से जिले की जनता त्रस्त है. कहीं एलटी वायर, तो कहीं एचटी तार मिला-जुला कर आपूर्ति व्यवस्था इतनी लचर है कि रोज कहीं न कहीं से हादसे की सूचना मिल रही है. दस फुट की ऊंचाई से बिजली के जजर्र तार गुजरने से कई इलाके के लोग खौफ में जी रहे हैं. विभागीय दावे की बात करें, तो जिले भर में पोल व तार को बदल कर विद्युत आपूर्ति को सुचारु बनाया गया है, जबकि इस दावे से इतर अभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बांस-बल्ले पर ऐसे तार टंगे प्राय: देखे जा सकते हैं. ऐसे में लोगों को जान और माल दोनों की बड़ी क्षति उठानी पड़ रही है.
विद्युत तार से अगलगी का मामला बढ़ा
हालिया दिनों में बिजली के तार से अगलगी के मामले में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. हुलासगंज प्रखंड के स्थानीय बाजार में 11 हजार वोल्ट की तार की चपेट में आ कर दो लोग जख्मी हुए थे. गिदरपुर में चार एकड़ में लगी गेहूं की फसल भी बिजली के तार से जल गयी थी. मखदुमपुर प्रखंड के ठकनी बिगहा में अवधेश सिंह नामक ग्रामीण के पांच बीघे में खड़ी गेहूं की फसल भी जजर्र विद्युत तार की भेंट चढ़ चुकी है.
जबकि छतियाना में चार किसानों के चार एकड़ की फसल बिजली के तार से निकली चिनगारी से जल गयी थी. वहीं, मकरपुर में विद्युत तार की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो चुकी है. घोसी प्रखंड क्षेत्र में जजर्र विद्युत तार के कारण नारायण बिगहा गांव में एक एकड़, विरूपुर में दो एकड़ में लगी गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गयी. प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपर से 11 केवी और एलटी वायर गुजरा है. इससे बड़ी दुर्घटना की आशंका रहती है.
रविवार को तार टूटने से यहां मरीजों व परिजनों के बीच अफरातफरी मच गयी थी. काको प्रखंड के औलियाचक गांव में विद्युत तार के कारण तीन किसानों के पांच बीघे में लगी गेहूं की फसल जल चुकी है. सदर प्रखंड के लोदीपुर गांव में भी बिजली के जजर्र तार के कारण खलिहान में लगी आग से पांच किसानों के लाखों रुपये की फसल जल कर नष्ट हो गयी थी. वहीं, जिला मुख्यालय के निजामुद्दीनपुर गांव में जजर्र बिजली तार की चपेट में आने से दो पशुओं की मौत हो गयी थी.