जहानाबाद : लोकसभा चुनाव में कुल 1575018 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसके लिए 1692 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. चुनाव में 7153 सेवा मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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26 हजार नये वोटर लोकतंत्र के महापर्व में होंगे शामिल
जहानाबाद : लोकसभा चुनाव में कुल 1575018 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसके लिए 1692 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. चुनाव में 7153 सेवा मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. वहीं 26 हजार नये मतदाता पहली बार लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेंगे. लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं. अरवल जिले के […]
वहीं 26 हजार नये मतदाता पहली बार लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेंगे. लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं. अरवल जिले के दो विधानसभा क्षेत्र, जहानाबाद जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र तथा गया जिले के एक विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर लोकसभा क्षेत्र बनाया गया है.
जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 89 हजार 612 मतदाता हैं, जो 1692 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे. इनमें 1 लाख 51 हजार 751 पुरुष, 1 लाख 33 हजार 853 महिला तथा 8 थर्ड जेंडर हैं. घोसी विधानसभा में 2 लाख 56 हजार 215 मतदाता हैं जो 289 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे. इनमें 1 लाख 33 हजार 435 पुरुष, 1 लाख 22 हजार 770 महिला तथा 10 थर्ड जेंडर, मखदुमपुर विधानसभा में 2 लाख 35 हजार 613 मतदाता हैं जो 252 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे.
इनमें 1 लाख 23 हजार 436 पुरुष, 1 लाख 12 हजार 169 महिला तथा 8 थर्ड जेंडर, अरवल विधानसभा में 2 लाख 51 हजार 654 वोटर हैं जो 251 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे. इनमें 1 लाख 30 हजार 728 पुरुष, 1 लाख 20 हजार 869 महिला, 7 थर्ड जेंडर, कुर्था विधानसभा में 2 लाख 39 हजार 512 वोटर हैं जो 257 मतदान केंद्रों पर वोट करेंगे. इनमें 1 लाख 24 हजार 292 पुरुष, 1 लाख 15 हजार 210 महिला, 10 अन्य, अतरी विधानसभा में 3 लाख 2 हजार 402 मतदाता हैं जो 324 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे. इनमें 1 लाख 55 हजार 767 पुरुष, 1 लाख 46 हजार 631 महिला तथा 4 अन्य मतदाता हैं.
चेकपोस्ट पर करायी गयी नाकाबंदी : लोकसभा चुनाव में विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए जिले के आउटर चेकपोस्ट पर नाकाबंदी करायी गयी है. यह कार्य 1 मार्च से ही शुरू है. आउटर चेकपोस्ट से गुजरने वाला सभी वाहनों की तलाशी हो रही है. नन सोशल एलिमेंट से एग्रीमेंट कराया गया है.
उनसे बॉंड भरवाया गया है कि चुनाव के दौरान वे कोई भी गलत कार्य नहीं करेंगे. जिले में ऐसे 205 लोग हैं. वहीं नन क्रिमिनल एक्टिविटी वाले लोगों की धड़-पकड़ भी होने लगी है. प्रेसवार्ता में एसपी ने बताया कि विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.
सात लोगों पर हुई है सीसीए की कार्रवाई : प्रेसवार्ता में एसपी मनीष ने बताया कि जिले में विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सात लोगों पर सीसीए की कार्रवाई हुई है. आगे अन्य लोगों पर भी इस तरह का कार्रवाई किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा. इसके लिए पर्याप्त संख्या में फोर्स की मांग की गयी है. फोर्स उपलब्ध होते ही उनसे क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलवाया जायेगा. साथ ही मतदाताओं को एक स्वच्छ माहौल उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि वे निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ किया बैठक : लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम नवीन कुमार ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक किया. बैठक में उन्हें आचार संहिता की विस्तार से जानकारी देने के साथ ही उन्हें बताया गया कि हर हाल में आचार संहिता का पालन करें.
कोई भी कार्य करने से पहले उसकी अनुमति ले लें. बिना अनुमति के कोई कार्य न करें जिससे कि उन्हें परेशानी हो. बैठक के दौरान पॉलिटिकल पार्टी के प्रतिनिधियों को आयोग के निर्देशों से अवगत कराया गया. साथ ही आचार संहिता से संबंधित जानकारी विस्तार से दी गयी.
जिला प्रशासन ने हटाये होर्डिंग व बैनर
जिले में आचार संहिता लागू होते ही सभी सरकारी व राजनीतिक होर्डिंग-बैनर को प्रशासन ने हटा दिया है. जिला कार्यालय और सड़क किनारे सरकारी और गैरसरकारी कार्यालय में लगाये गये होर्डिंग और बैनर को हटाने का कार्य देर रात्रि से आरंभ हुआ जो दिन में भी चला.
मालूम हो कि चुनाव की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है. आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न करने की हिदायत भी दी गयी. आदर्श आचार संहिता लगते ही शहर में प्रशासन हरकत में आ गया सरकार की ओर से सरकारी और राजनीतिक दलों की प्रचार सामग्री उतारना शुरू कर दिया.
प्रशासन का आंकड़ा सबसे पहले जिला मुख्यालय में लगे बैनर पोस्टर पर चला. गौरतलब है कि निर्वाचन विभाग ने सभी विभागों को आदेश दिया है कि किसी भी सूरत में सरकार की उपलब्धियों संबंधी होर्डिंग-पोस्टर सड़कों पर नहीं दिखना चाहिए.
आचार संहिता लगने के बाद से गंभीरता से पालन कराने और 24 घंटे के भीतर सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए लगाये गये होर्डिंग पोस्टर अब जिले से हटा दी गयी है. जिले में कहीं भी सरकारी और राजनीतिक दलों के प्रचार-प्रसार वाली होर्डिंग पोस्टर नहीं दिख रही है.
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