जमुई : लोकतंत्र बचाओ-भारत बचाओ नारा के साथ शहीद भगत सिंह व डाॅ भीम राव अांबेडकर के प्रेरणास्पद विरासत यात्रा के समापन पर गुरुवार को भाकपा माले की ओर से स्थानीय गांधी पुस्तकालय के सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया.सर्वप्रथम माले कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रख कर देश के हित में कुर्बानी देने वाले तमाम शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
मौके पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव शंभू शरण सिंह ने कहा कि 23 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक भाकपा माले के छात्र व नौजवान संगठन के सदस्यों ने देश के सभी क्षेत्रों में भगत सिंह व डाॅ भीमराव अांबेडकर के दर्शन और विचारों को आम लोगो तक पहुंचाने का काम किया है..
जिला कमिटि सदस्य जयराम तुरी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहब अपने जीवन काल में मनुवादी और ब्राहमणवादी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष करते रहे और अंत में बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया.उन्होंने कहा कि देश के जितने भी उच्च शिक्षण संस्थान हैं उनमें अनुसूचित जाति के छात्र आत्म हत्या कर रहें हैं
.हैदराबाद विश्वविद्यालय के शोधकर्ता छात्र रोहित बिमुला का आखिरी पत्र यह बताता है कि देश के भगवा बिग्रेड के हमला की वजह से उसे कठोर कदम उठाना पड़ा.इस अवसर पर मनोज पांडेय,रमेश यादव,कंचन रजक,बाबू साहब, राजेश कुशवाहा, सुधीर मांझी,भीम मांझी, सविता देवी आदि मौजूद थी.