सिमुलतला : सरकार द्वारा जनहित में चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान से थाना क्षेत्र के लोग परहेज करने लगे हैं. लोगों में ऐसी मान्यता है कि इस टीकाकरण से हमारे बच्चे उल्टे बीमार ही होने लगे हैं. थाना क्षेत्र के लीलावरण निवासी जयनाथ यादव बताते हैं कि बीते 24 सितंबर को स्वास्थ्य उपकेंद्र खुरंडा की एएनएम सविता कुमारी ने मेरे घर आकर मेरे दस माह के पुत्र बसंत कुमार को पेंटावैलेंट इंजेक्शन बांया जांघ में दिया था.
जिसके कुछ ही समय बाद ही उसके पैर में खिंचाव होने लगा था.और पैर टेढ़ा हो गया. उन्होंने बताया कि इसे लेकर उक्त एएनएम को जानकारी भी दिया. लेकिन उसने इस मामले में कोई दिलचस्पी नहीं लिया. अंतत: मैं अपने बेटा को डाॅ अजीज खां ,डाॅ औंकारनाथ वर्णवाल झाझा तथा झारखंड प्रदेश के देवघर स्थित डाॅ संजय कुमार से जांच करवाया. सभी चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे की पैर में पोलियो मार गया.चिकित्सकों ने कुछ दिन पूर्व दिलाये गये इंजेक्शन को भी इसका कारण मान रहे थे.
पीडि़त बच्चे के पिता ने बताया कि सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन उक्त इंजक्शन ने हमारी परेशानी को बढ़ा दिया है.वहीं दूसरी ओर थाना क्षेत्र के ही गोपलाटांड़ निवासी अर्जुन यादव, खुरंडा निवासी मुन्नी खातून भी बताते हैं कि उक्त सूई के देने के उपरांत ही हमारा पुत्र भी बीमार हो गया है.
कुछ दिन बाद ही उसके पैर में पोलियों बीमारी ने आघात कर दिया. जिसके इलाज को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस संदर्भ में पूछे जाने पर सिमुलतला अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डाॅ अरुण सिंह ने बताया कि सबसे पहले मैं बीमार पड़े बच्चे का जांच-पड़ताल करूंगा. अगर वाकई में इंजेक्शन आदि में गड़बड़ी मिली तो इसकी जानकारी अबिलंब वरीय अधिकारियों को दिया जायेगा. इसके अलावे बीमार पड़े बच्चे को बेहतर इलाज का हर संभव प्रयास किया जायेगा.