झाझा: महात्मा गांधी प्लस टू विद्यालय अपना अलग महत्व रखता था. इसकी अस्मिता को बनाने के लिए हमलोगों को एकजुट होकर कार्य करना होगा. वर्ष 2013 से ही विद्यालय का लेखा-जोखा का जायजा लिया जायेगा. उक्त बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी बीएन झा ने महात्मा गांधी विद्यालय में प्रधानाचार्य पर लगे आरोपों की जांच के दौरान कहीं.
बताया कि प्रथम दृष्टया जांच के दौरान फर्जीवाड़ा दिखाई पड़ता है. लेकिन इसमें दोषी कौन है इसकी छानबीन अभी जारी है. पासबुक, रजिस्टर, छात्रवृत्ति वितरण से संबंधित कागजातों को सीज कर लिया गया है. बताया कि वर्ग दशम के 77 छात्रों में से 3 छात्रों को राशि नहीं मिली है.
अब तीन सदस्यीय टीम बना कर विद्यालय में पढ़ रहे. सभी छात्रों की जांच की जायेगी कि छात्रवृत्ति की राशि मिली है अथवा नहीं. विद्यालय में प्रधान लिपिक के नहीं रहने के चलते जांच अधूरा रह गया. जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री झा ने मंगलवार को प्रधानाध्यापक, प्रधान लिपिक एवं पासबुक संचालन में सहयोग करने वाला शिक्षक पंकज कुमार सिंह को उपस्थित रहने की निर्देश दिया. इसके अलावे प्रधानाध्यापक को जांच पूरी होने तक मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया. मौके पर पदाधिकारी काशीराम, बीइओ श्यामसुंदर सिंह, प्रकाश झा मौजूद थे.