जमुई: आगामी दस मई को पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में दांगी राजनीतिक चेतना मंच की ओर से दांगी अधिकार सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. सम्मेलन के माध्यम से दांगी समाज के लोगों को जागृत करने का प्रयास किया जायेगा. उक्त बातों की जानकारी दांगी राजनीतिक चेतना मंच के प्रदेश संयोजक सत्यानंद दांगी ने एक निजी होटल सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने बताया कि बिहार के चार आरक्षित विधानसभा दांगी बाहुल्य हैं,जिसे 2010 में ही आरक्षणमुक्त हो जाना था. लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ भी नहीं हुआ है.
श्री दांगी ने कहा कि गया जिले का इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में 62 हजार, नवादा के रजाैली विधानसभा में 42 हजार,पटना के फुलवारीशरीफ में 32 हजार, छपरा जिले के गरखा में 40 हजार दांगी समाज के मतदाता हैं. सन् 2010 में जहानाबाद के मखदूमपुर को भी आरक्षित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर हमलोग उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखाटेयेंगे. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में दांगी समाज की आबादी चार प्रतिशत है और राज्य की तेरह विधानसभा दांगी बाहुल्य हैं. दांगी समाज के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. दांगी समाज के लोगों को सत्ता में भागीदारी मिलना चाहिए. बीपी मंडल आयोग की अनुशंसा पर दांगी समाज के लोगों को प्रोन्नति में आरक्षण,ओबीसी महिलाओं को कोटा के तहत आरक्षण और ओबीसी को न्यायपालिका में भरती के दौरान भी आरक्षण दिया जाय. इस अवसर पर मंच के प्रदेश सह संयोजक अरुण मंडल,जिला संयोजक डॉ अशोक मंडल, इंजीनियर शंभू मंडल, अजीत प्रसाद, रविकांत रवि, श्रवण मंडल, प्रमोद मंडल, रविंद्र मंडल, मनोज मंडल आदि मौजूद थे.