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कमाई लाखों की, सुविधा शून्य हाल परिवहन ऑफिस का स्थापना के 21 वर्षों के बाद भी नहीं बना भवन

जमुई : जिला परिवहन कार्यालय खुलने के 21 वर्ष बाद भी आज तक कार्यालय को अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है. विभाग के पास संसाधनों की भी घोर कमी है. वाहनों की जांच करने के लिए विभाग के पास वर्तमान समय में पुलिस बल भी उपलब्ध नहीं है व विभाग में तैनात प्रवर्तन अवर […]

जमुई : जिला परिवहन कार्यालय खुलने के 21 वर्ष बाद भी आज तक कार्यालय को अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है. विभाग के पास संसाधनों की भी घोर कमी है. वाहनों की जांच करने के लिए विभाग के पास वर्तमान समय में पुलिस बल भी उपलब्ध नहीं है व विभाग में तैनात प्रवर्तन अवर निरीक्षक भी जमुई में स्थायी रूप से कार्यरत नहीं हैं.

इसके अलावे मोटर यान निरीक्षक भी जमुई के साथ साथ लखीसराय जिले के प्रभार में हैं. जिससे कार्यों के निष्पादन में काफी परेशानी होती है. कर्मियों की मानें तो जमुई में 1 अगस्त 1996 को कार्यालय खुला है. प्रत्येक माह लाखों की आय देने के बाद भी उस समय से लेकर आज तक यह कार्यलय संसाधन विहीन ही बना हुआ है. विभाग में निम्न वर्गीय लिपिक का एक पद व आदेशपाल का भी एक पद खाली है. प्रत्येक माह विभाग को वाहनों के निबंधन व अन्य प्रकार के कार्यों से लगभग 30 से 40 लाख रुपये की आय होती है. लेकिन इसके बाद भी इसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है व आज तक यह विभाग उसी जर्जर भवन में चल रहा है.

क्या है विभाग का काम. परिवहन विभाग के द्वारा लोगों को अलग अलग प्रकार की सुविधा सुगमतापूर्वक प्रदान करने के लिए कुल चार काउंटर बनाये गये हैं. जिनके माध्यम से वाहनों का निबंधन, ऑनर बुक निर्गत करने, लाइसेंस निर्गत करने, लाइसेंस का नवीकरण, टैक्स जमा करने, आनर बुक का नवीकरण, वाहनों का स्थानांतरण समेत कुल 18 प्रकार की सेवा प्रदान की जाती है. इसके अलावे प्रत्येक बुधवार को लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट व स्थायी लाइसेंस निर्गत करने के लिए टेस्ट लिया जाता है. इसके अलावे समय समय पर वाहन चेकिंग अभियान भी चला कर ओवरलोडेड वाहनों की धर-पकड़ भी पुलिस बल के सहयोग से की जाती है.

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