जमुई : सुरक्षा बलों का नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में रविवार को एक और अच्छी सफलता हाथ लगी है. बताते चलें कि नक्सली जोनल कमांडर चिराग दा की मौत के बाद पुलिस लगातार सफलता हासिल कर रही है. समय समय पर सुरक्षा बल के जवान का सामना नक्सलियों से होता रहा है. परंतु जंगलों की भौगोलिक बनावट व पुलिस के आने की सूचना मिल जाने के बाद नक्सली भाग निकलने में कामयाब होते रहे. बताते चले कि बीते वर्ष पुलिस ने आपरेशन शेडो वन चलाकर नक्सली चिराग दा को चरकापत्थर के जंगलों में मार गिराया था. तब नक्सल संगठन को बड़ी हानि पहुंची थी.
उसके बाद इसी साल मार्च में पुलिस ने बांका जिला स्थित जंगल में नक्सली मंटू खैरा को मार गिराया था. इसके बाद कई बार पुलिस ने छापेमारी कर नक्सलियों के द्वारा उपयोग किया जा रहा सामग्री, विस्फोटक और गोली भी बरामद किया. बीते 12 मई 2017 को पुलिस जमुई नवादा सीमा पर स्थित गायघाट के जंगल में नक्सलियों को घेरने की योजना बनाया था. लेकिन नक्सली जंगल और पहाड़ का उठाकर फरार हो गया था. पुलिस को सूचना मिली थी की नक्सल संगठन का बड़ा नेता गायघाट के जंगल में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की रूपरेखा तैयार कर रहा है. सूचना पाकर पुलिस पहुंच गयी लेकिन इसकी सूचना नक्सलियों को पहले ही हो चुकी थी और वे पुलिस पर फायरिंग करते हुए भाग निकला था. रविवार को बरहट थाना अंतर्गत कुमरतरी जंगल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस को पुन: बड़ी सफलता मिली है.