सासाराम : नगररोहतास जिले के बड्डी थाना क्षेत्र स्थित कैमूर पहाड़ी पर शुक्रवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है. साथ ही दो नक्सलियों के घायल होने की सूचना है. हालांकि, पुलिस के अधिकारी इसकी पुष्टि से इनकार कर रहे हैं. सासाराम के डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने बड्डी थाना क्षेत्र अंतर्गत कैमूर पहाड़ी से एक शव बरामद किया है. उसकी पहचान नहीं हो सकी है. पुलिस पहचान कराने में जुटी है. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि मारा गया नक्सली अनिल कुशवाहा उर्फ संदेश कैमूर जिले के भगवानपुर थाने के कसेर गांव का रहनेवाला था. वह नक्सली संगठन टीपीसी का सदस्य था.
सूत्रों का कहना है कि सीआरपीएफ व जिला पुलिस की एक टीम ने खुफिया इनपुट्स के आधार पर गुरुवार की शाम कैमूर पहाड़ी स्थित कुसुम्हा गांव की घेराबंदी की थी. अजय राजभर के नेतृत्व में कुछ टीपीसी नक्सली कुसुम्हा गांव में रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार की सुबह उक्त गांव से निकल परछाडीह के पास पहुंचे ही थे कि जाल बिछा कर बैठी पुलिस ने नक्सलियों को ललकारा. दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गयी. इसमें अनिल कुशवाहा ढेर हो गया और दो नक्सली घायल हो गये. नक्सली घायल साथियों को लेकर भाग निकले. इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ बादलगढ़, चेनारी, बड्डी थाना, दरिगांव व मॉडल थानों की पुलिस शामिल रही. इसके बावजूद पुलिस अजय राजभर के लिए शुक्रवार को दोपहर तक कैमूर पहाड़ी पर डटी रही.
दोपहर बाद पुलिस शव को लेकर पहाड़ से नीचे उतर गयी.अब तक मारे गये नक्सली 25 फरवरी, 1988-बिजेंद्र पटेल. 1990-धर्मदेव कहार.12 नवंबर, 2002-रामजी पासवान व विपिन पटेल.1 जुलाई, 2011- वीरेंद्र यादव उर्फ राना व विशुनदेव यादव.2 जनवरी, 2012-काशी कोल्ह, संतोष यादव व गुड्डू सिंह. पुलिसकर्मियों की हत्या 17 सितंबर, 1999- सिपाही मनोज सिंह. 4 नवंबर, 2000-रेंजर बीर बहादुर राम.8 फरवरी, 2000-इस्पेक्टर काशीनाथ शर्मा. 8 सितंबर, 2003-थानाध्यक्ष टूडु सहित 10 पुलिसकर्मियों की हत्या.15 फरवरी, 2002 डीएफओ संजय सिंह. 5 जून, 2007-कर्मवीर सिंह, दीवान सिंह व दो सीआरपीएफ जवान. 19 दिसंबर, 2010-चौकीदार शिवगोविंद पासवान.